ओबीसी आरक्षण: पटेल समुदाय के नेताओं के बीच दरार खुलकर सामने आयी
अहमदाबाद: ओबीसी आरक्षण की मांग कर रहे पटेल समुदाय के दो प्रमुख समूहों में आज उस वक्त दरार खुलकर सामने आ गई जब लालजी पटेल की अगुवाई वाले सरदार पटेल समूह (एसपीजी) ने आंदोलन की अगुवाई कर रहे हार्दिक पटेल की ओर से किए गए भूख हडताल के फैसले से खुद को अलग कर लिया. […]
अहमदाबाद: ओबीसी आरक्षण की मांग कर रहे पटेल समुदाय के दो प्रमुख समूहों में आज उस वक्त दरार खुलकर सामने आ गई जब लालजी पटेल की अगुवाई वाले सरदार पटेल समूह (एसपीजी) ने आंदोलन की अगुवाई कर रहे हार्दिक पटेल की ओर से किए गए भूख हडताल के फैसले से खुद को अलग कर लिया.
एसपीजी राज्य में पटेल समुदाय का सबसे बडा सामाजिक समूह है जिसने पहले 22 वर्षीय हार्दिक की पाटीदार अनामत आंदोलन समिति की ओर से आज आयोजित की गई रैली का समर्थन किया था. पटेल समुदाय की मांग है कि उसे राज्य में ओबीसी कोटे में आरक्षण दिया जाए.
हार्दिक ने आज कहा कि यदि मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल प्रदर्शनकारियों से ज्ञापन लेने के लिए रैली स्थल पर नहीं आईं तो वह भूख हडताल करेगा.सरदार पटेल समूह के नेता लालजी पटेल ने संवाददाताओं से कहा, मुख्यमंत्री के आने और उससे ज्ञापन लेने तक भूख हडताल पर बैठने का हार्दिक का फैसला उसका व्यक्तिगत फैसला है जिसका समर्थन अन्य लोग नहीं करते.
यह पूछे जाने पर कि क्या उनका समूह सरकार से बातचीत के लिए तैयार है, इस पर पटेल ने कहा, हम इसके लिए हमेशा तैयार हैं और यदि सरकार ने हमें आमंत्रित किया तो हम जाएंगे. हार्दिक ने आज दिन में कहा था कि पटेल समुदाय सरकार से कोई बातचीत नहीं करेगा. आज की रैली में हार्दिक ने भाषण दिया जबकि लालजी ने बडी तादाद में आए लोगों को संबोधित नहीं किया.