बॉर्डर पर सैनिकों को राखी बांधने जायेगी वृंदावन की बेटियां
मथुरा: वृन्दावन के स्वयंसेवी संगठन ‘वात्सल्य ग्राम’ की बेटियां देश की सीमाओं की चौकसी कर रहे सैनिकों को रक्षा-सूत्र बांधने हेतु शुक्रवार की सुबह बाघा बॉर्डर जाने के लिए अमृतसर की ओर प्र्र्र्रस्थान करेंगी. इस यात्रा को ‘राष्ट्र-रक्षा-सूत्र-बंधन’ यात्र नाम दिया गया है. ‘वात्सल्य ग्राम’ के मीडिया प्रभारी डॉ. उमाशंकर राही ने बताया कि इससे […]
मथुरा: वृन्दावन के स्वयंसेवी संगठन ‘वात्सल्य ग्राम’ की बेटियां देश की सीमाओं की चौकसी कर रहे सैनिकों को रक्षा-सूत्र बांधने हेतु शुक्रवार की सुबह बाघा बॉर्डर जाने के लिए अमृतसर की ओर प्र्र्र्रस्थान करेंगी. इस यात्रा को ‘राष्ट्र-रक्षा-सूत्र-बंधन’ यात्र नाम दिया गया है.
‘वात्सल्य ग्राम’ के मीडिया प्रभारी डॉ. उमाशंकर राही ने बताया कि इससे पूर्व आज वात्सल्य ग्राम की 25 बेटियों ने मथुरा स्थित सेना के स्ट्राईक वन कोर मुख्यालय पहुंचकर वहां उपस्थित सभी अधिकारियों एवं सैनिकों को राखियां बांधीं.कर्नल गौतम बनर्जी ने कहा कि यहां इस प्रकार का यह पहला ऐसा आयोजन है. यह बहुत ही अच्छी पहल है. इससे जवानों का उत्साहवर्धन होता है.
यात्रा की संयोजिका साध्वी शिरोमणि ने कहा कि सैनिक हमारे देश का गौरव हैं और हमें गर्व होना चाहिए कि सेना के जवान देश की सीमाओं पर दिन-रात पहरा देकर दुश्मनों से देश की रक्षा करते हैं.राही ने बताया कि आश्रम की प्रेरणास्नेत साध्वी रितम्भरा ने 1999 में कारगिल युद्घ विजय के पश्चात सैनिकों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने और रक्षाबंधन के मौके पर बहनों से दूर होने के उनके अहसास को कम करने के लिए प्रारंभ किया था जो लगातार जारी है.
इस प्रकार 50 बेटियों एवं कुछ साध्वियों का दल बस तथा एक छोटी गाड़ी में शुक्रवार को तड़के यहां से रवाना होगा. राही ने बताया कि सभी बेटियां शुक्रवार की रात अमृतसर में विश्राम करने के पश्चात 29 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन बाघा बॉर्डर पर पहुंचकर सैनिकों को रक्षासूत्र (राखियां) बांधेंगी तथा उनकी सलामती की कामना करेंगी.रविवार को वात्सल्य ग्राम की बहिनों का यह दल दिल्ली की ओर प्रस्थान करेगा तथा 31 अगस्त को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर उन्हें भी रक्षा सूत्र बांधने के बाद वृन्दावन वापस आ जाएगा.