एक तरफ 1965 के युद्ध के लिए सैनिकों को श्रद्धाजंलि, तो दूसरी तरफ जंतर मंतर पर भूखहड़ताल में पूर्व सैनिक
नयी दिल्ली : 1965 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध को याद करते हुए राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सैनिकों को श्रद्धाजंलि दी. साथ ही युद्ध में सैनिकों की बहादुरी को भी याद किया. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी युद्ध की 50वीं वर्षगांठ पर सैनिकों को श्रद्धाजंलि अर्पित की. […]
नयी दिल्ली : 1965 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध को याद करते हुए राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सैनिकों को श्रद्धाजंलि दी. साथ ही युद्ध में सैनिकों की बहादुरी को भी याद किया. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी युद्ध की 50वीं वर्षगांठ पर सैनिकों को श्रद्धाजंलि अर्पित की. सोनिया ने कहा, मैं भी पूरे देश के साथ सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं. मैं उनके परिवार वालों के प्रति सम्मान प्रकट करती हूं जिन्होंने देश के लिए अपनों को खो दिया. देश उन्हें हमेशा याद रखेगा जो बहादुरी से लड़े और देश का सिर गर्व से ऊपर रखा.
दूसरी तरफ कांग्रेस इस मौके पर जंतर मंतर पर भूख हड़ताल पर बैठे पूर्व सैनिको की चर्चा करना नहीं भूली. कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा प्रधानमंत्री को यह समझना चाहिए कि वन रैंक वन पेंशन ही इस मौके पर सैनिकों को उचित श्रद्धाजंलि होगी. 1965 के कई हीरो प्रधानमंत्री से यही मांग कर रहे हैं. देश एक तरफ सैनिकों को श्रद्धाजंलि दे रहा है दूसरी तरफ सैनिक जंतर मंतर पर भूख हड़ताल में बैठे हैं.मनीष तिवारी ने पाकिस्तान की तरफ से जारी लगातार सीजफायर के उल्लंघन का जिक्र किया. इतना ही नहीं उन्होंने पाकिस्तान के न्यूकिल्यर वेपन को पूरी दुनिया के लिए खतरा बताया.