नयी दिल्ली : दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के खिलाफ अरविंद केजरीवाल सरकार केस दर्ज कराने की तैयारी कर रही है. इस बार शीला पर पानी टैंकरों की खरीद फरोख्त में 400 करोड़ का घोटाला करने का आरोप लगा है.
पानी टेंकर घोटाला मे शीला के साथ जलबोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष मतीन अहमद और भीष्म शर्मा का भी नाम सामने आ रहा है. इसके अलावा उस वक्त शीला सरकार में रहे कई मंत्रियों का भी नाम सामने आ रहा है.
अरविंद केजरीवाल सरकार ने पहले इस पूरे घोटाले पर जांच बिठायी इसे जांच में सही पाया गया अब इस कानूनी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है. यह पूरा मामला 2012 का है जिसमे स्टील के टैंकर की खरीद में घोटाला किया गया था.यह पहला मामला नहीं है जब शीला दीक्षित पर अरविंद केजरीवाल सरकार ने सख्ती दिखायी हो इससे पहले 2002 सीएनजी फिटनेंस कैंप घोटाले में जांच आयोग गठित करने का फैसला लिया गया है.
सीएनजी फिटनेस कैंप घोटाला 100 करोड़ का था और इसे लेकर खूब हंगामा हुआ था. इस मामले के दोबारा जांच के आदेश देने से एलजी नजीब जंग और पूर्व सीएम शीला दीक्षित सवालों के घेरे में है. अब दिल्ली के मुख्यमंत्री इस घोटाले की जांच दोबारा शुरू कर दी है. अरविंद केजरीवाल पर विरोधियों ने कई बार आरोप लगाये कि शीला दीक्षित के खिलाफ उनके पास ढेर सारे सबूत थे उन्होंने कहा था कि वह शीला दीक्षित को जेल पहुंचा देंगे. मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने के बाद वह अपने उन वादों को भूल गये.