सितंबर की मौद्रिक समीक्षा में ब्याज दरें घटा सकता है रिजर्व बैंक : डॉयचे बैंक
मुंबई: जर्मनी की ब्रोकरेज कंपनी डॉयचे बैंक ने कहा है कि मौजूदा उतार-चढाव के माहौल में भारत का प्रदर्शन अन्य उभरती अर्थव्यवस्थाओं से बेहतर रहेगा. डॉयचे बैंक का अनुमान है कि रिजर्व बैंक अपनी 29 सितंबर की मौद्रिक समीक्षा में नीतिगत दरों में चौथाई फीसद की कटौती करेगा. डॉयचे बैंक ने आज एक नोट में […]
मुंबई: जर्मनी की ब्रोकरेज कंपनी डॉयचे बैंक ने कहा है कि मौजूदा उतार-चढाव के माहौल में भारत का प्रदर्शन अन्य उभरती अर्थव्यवस्थाओं से बेहतर रहेगा. डॉयचे बैंक का अनुमान है कि रिजर्व बैंक अपनी 29 सितंबर की मौद्रिक समीक्षा में नीतिगत दरों में चौथाई फीसद की कटौती करेगा.
डॉयचे बैंक ने आज एक नोट में कहा, हम अपने इस विचार पर कायम हैं कि केंद्रीय बैंक 29 सितंबर की मौद्रिक समीक्षा में नीतिगत दरों में 0.25 प्रतिशत की कटौती करेगा. इस साल अभी तक रिजर्व बैंक तीन किस्तों में नीतिगत दरों में 0.75 प्रतिशत की कटौती कर चुका है. मुद्रास्फीति के आंकडे सकारात्मक रहने के बाद अब केंद्रीय बैंक पर दरों में और कटौती का दबाव है. नोट में बाजार में हालिया गिरावट के लिए चीन के संकट को जिम्मेदार ठहराया गया है.
रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन कई बार कह चुके हैं कि उनका मौद्रिक रख आंकडों के आधार पर तय होगा. यह विशेष रुप से मुद्रास्फीति के रख, मानसून की बारिश और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के कदमों पर निर्भर करेगा.
रिजर्व बैंक को हाल में मुद्रास्फीति को नीचे लाने का लक्ष्य दिया गया है. केंद्रीय बैंक का इरादा जनवरी, 2016 तक मुद्रास्फीति को छह प्रतिशत पर लाने का है. एक साल बाद इसे चार प्रतिशत के दायरे में लाने का लक्ष्य है.