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मर्डर मिस्ट्री : खुलासा! शीना बोरा को दिया जा रहा था धीमा जहर

मुंबई : शीना बोरा हत्याकांड में रोज एक के बाद एक नये खुलासे हो रहे हैं. आज द टेलीग्राफ ने अखबार में छापा है कि इस मामले में एक नेता ने पुलिस पर दबाव डाला था ताकि शीना की शिनाख्‍त नहीं हो पाये. अखबार के सूत्रों ने दावा किया है कि इस नेता ने रायगढ़ […]

मुंबई : शीना बोरा हत्याकांड में रोज एक के बाद एक नये खुलासे हो रहे हैं. आज द टेलीग्राफ ने अखबार में छापा है कि इस मामले में एक नेता ने पुलिस पर दबाव डाला था ताकि शीना की शिनाख्‍त नहीं हो पाये. अखबार के सूत्रों ने दावा किया है कि इस नेता ने रायगढ़ पुलिस पर दबाव डालकर कोई केस दर्ज नहीं करने को कहा था. यही कारण है कि रायगढ पुलिस ने मामले में गंभीरता नहीं दिखायी. अखबार के सूत्रों की माने तो शीना को धीमा जहर दिया जा रहा था. यह खबर अखबार ने शीना के दोस्तों के हवाले से छापा है. खबर में कहा गया है कि शीना ने अपने दोस्तों से 2012 में कहा था कि लगता है उसको धीमा जहर दिया जा रहा है इसलिए उसकी तबीयत खराब रहती है.

शनिवार को शीना की हत्या में इस्तेमाल की गयी कार की शिनाख्त मुंबई पुलिस ने कर ली है. इसके अलावा पुलिस इंद्राणी को पूछताछ के लिए खार पुलिस स्टेशन लेकर पहुंची, जहां वह पूछे गये सवालों को लगातार टालती रही. उधर, संजीव खन्ना भी पुलिस के सवालों का सही जवाब नहीं दे रहे हैं. इधर, मिखाइल बोरा से उपनगरीय बांद्रा के एक होटल में पूछताछ की जा रही है. इस दौरान मिखाइल बोरा ने पुलिस को बताया कि शीना के बाद वह अपनी मां का अगला टारगेट था. उधर, मुंबई पुलिस ने शीना बोरा हत्याकांड में सभी तीनों आरोपियों के कॉल डाटा रिकॉर्ड मांगे हैं.

इससे पहले, शुक्रवार की रात पूछताछ के दौरान इंद्राणी का जब अपने बेटे मिखाइल से आमना-सामना हुआ, तो वह आपा खो बैठी. उसने मिखाइल पर आरोप लगाया कि वह उससे पैसे ऐंठने की कोशिश कर रहा है. उधर, इस सनसनीखेज हत्याकांड में अब पुलिस का पूरा ध्यान रायगढ़ जिले में मिले कंकाल के अवशेषों के फोरेंसिक विश्लेषण पर केंद्रित हो गया है. एक पुलिस अधिकारी ने कहा, हमने हड्डियों और कंकाल के अन्य अवशेषों को फोरेंसिक विश्लेषण के लिए भेज दिया है और रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. जेजे अस्पताल ने 2012 में रायगढ़ पुलिस से मिली कंकाल की कुछ हड्डियां शुक्रवार को खार पुलिस को सौंप दी थीं.

मिखाइल ने किये मेल

द टेलीग्राफ ने बोरा परिवार के एक रिश्तेदार के हवाले से कहा है कि इंद्राणी के बेटे मिखाइल ने अपनी बहन शीना की मौत के 13 दिन बाद उसके नाम से रिलायंस मुंबई मेट्रो कंपनी को इस्तीफा मेल किया था. इंद्राणी के कहने पर मिखाइल ने ऐसा किया. मुंबई पुलिस के अधिकारी ने कहा, मिखाइल ने न सिर्फ इस्तीफा मेल किया, बल्कि शीना के मकान मालिक को भी जुलाई, 2012 में एक पत्र भेजा था. इसमें शीना के किराये पर लिये गये अपार्टमेंट का एग्रीमेंट रद्द करने की बात लिखी गयी थी. मिखाइल के एक रिश्तेदार ने कहा, हत्या के वक्त मिखाइल मुंबई में ही था, लेकिन उसे हत्या के बारे में पता नहीं था. जब मिखाइल ने इंद्राणी से शीना के बारे में पूछा तो उसने यही बताया कि बहुत ज्यादा शराब पीने की लत की वजह से उसे पुनर्वास केंद्र भेजा गया है. इसके अलावा, इंद्राणी ने मिखाइल को जबरन वापस गुवाहाटी भेज दिया.

मिखाइल ने खोले कई रहस्य

मिखाइल ने पुलिस पूछताछ में कई चौंकानेवाले खुलासे किये हैं. शीना की हत्यावाले दिन ही इंद्राणी ने उसे भी मारने की कोशिश की थी. मिखाइल ने बताया, इंद्राणी ने उसे फोन कर मुंबई बुलाया था. उसे शीना और राहुल मुखर्जी की शादी के बारे में बातचीत करने के लिए बुलाया गया था. वहां संजीव खन्ना भी मौजूद था. उसके ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिला दिया गया जिससे उसे चक्कर आने लगा. इसके बाद इंद्राणी और खन्ना वहां से निकल गये. मिखाइल के मुताबिक, इंद्राणी और खन्ना शीना को भी फ्लैट पर लाकर, दोनों को वहीं मार डालना चाहते थे, लेकिन वह वहां से भाग गया.

राहुल मुखर्जी भी संदेह के घेरे में

पुलिस ने पीटर के बेटे राहुल मुखर्जी से पूछा कि जब इंद्राणी ने उसे बताया कि शीना अमेरिका में है तो उसने और ज्यादा जानने की कोशिश क्यों नहीं की. बता दें कि पुलिस ने शीना बोरा का पासपोर्ट राहुल मुखर्जी और उसकी मां शबनम के देहरादून स्थित घर से बरामद किया है. राहुल ने पुलिस को बताया है कि उसने शीना के साथ चुपचाप सगाई कर ली थी. उसका कहना है कि वह चाहता था कि शीना को गुमशुदा मान कर जांच हो, लेकिन उस वक्त पुलिस ने इंद्राणी की बतायी कहानी पर भरोसा किया. इंद्राणी ने कहा था कि शीना अमेरिका में है. इंद्राणी के सामने बैठा कर हुई पूछताछ के दौरान राहुल से पूछा गया कि क्या उसे इस हत्या में अपने पिता पीटर मुखर्जी का कोई संबंध नजर आता है. इसके जवाब में राहुल ने कथित तौर पर कहा, आप उससे (इंद्राणी) से ही क्यों नहीं पूछते.

फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार

इस हत्याकांड के संबंध में अब मुंबई पुलिस का पूरा ध्यान रायगढ़ जिले में मिले कंकाल के अवशेषों के फोरेंसिक विश्लेषण पर केंद्रित हो गया है. रायगढ़ में तीन वर्ष पहले शीना के शव को कथित रूप से निपटाया गया था. एक पुलिस अधिकारी ने कहा, हमने हड्डियों और कंकाल के अन्य अवशेषों को फोरेंसिक विश्लेषण के लिए भेज दिया है और रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. जेजे अस्पताल ने 2012 में रायगढ़ पुलिस से मिली कंकाल की कुछ हड्डियां शुक्रवार को खार पुलिस को सौंप दी थीं.

जला शव मिलने का मामला नहीं हुआ था दर्ज

अलीबाग : हत्याकांड से जुड़े रहस्य में शनिवार को पुलिस की लापरवाही भी उजागर हुआ. पहली बार रायगढ़ पुलिस ने स्वीकार किया कि पेण तालुका में जब 23 मई, 2012 को एक जला हुआ शव बरामद किया गया, तो पुलिस ने निजी तौर पर ढुलमुल रवैया अपनाया. माना जा रहा है कि शीना की हत्या अप्रैल, 2012 में हुई थी. रायगढ़ जिले के एसपी सुवेज हक ने अलीबाग में कहा कि जब साल 2012 में रायगढ़ से बरामद अवशेष जेजे अस्पताल को भेजे गये, तो न तो किसी अपराध और न ही दुर्घटनावश मौत की रिपोर्ट दर्ज की गयी. मुझे सभी गलत चीजों और खमियों की जांच का आदेश दिया गया है. हमने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को तथ्यात्मक रिपोर्ट दे दी है. महानिरीक्षक (कोंकण क्षेत्र) ने शुक्रवार को जांच का आदेश दिया. हम इस जांच को जल्द पूरा कर लेंगे और रिपोर्ट पेश करेंगे. बहरहाल, हक ने इस बारे में कुछ कहने से इनकार कर दिया कि पुलिस ने जब मानव कंकाल बरामद किये तो उसने तीन साल तक उदासीनता क्यों बरती. महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक संजीव दयाल ने कहा कि खामियों का पता लगाने के लिए जांच का आदेश दिया गया है. उन्होंने कहा कि कोताही बरतनेवाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.

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