पटेल आंदोलन : अब दिल्ली के जंतर-मंतर पर होगा हार्दिक पटेल का आंदोलन!
नयी दिल्ली/अहमदाबाद : पटेल आंदोलन को नयी दिशा प्रदान करने के उद्देश्य से आज कन्वेनर हार्दिक पटेल दिल्ली पहुंच चुके हैं जहां उनका स्वागत किया गया. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमलोग दिल्ली के जंतर-मंतर पर अपना विरोध दर्ज कराने की सोच रहे हैं इतना ही नहीं हम लखनऊ में भी अपने […]
नयी दिल्ली/अहमदाबाद : पटेल आंदोलन को नयी दिशा प्रदान करने के उद्देश्य से आज कन्वेनर हार्दिक पटेल दिल्ली पहुंच चुके हैं जहां उनका स्वागत किया गया. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमलोग दिल्ली के जंतर-मंतर पर अपना विरोध दर्ज कराने की सोच रहे हैं इतना ही नहीं हम लखनऊ में भी अपने आंदोलन को लेकर जायेंगे. हार्दिक पटेल ने कहा कि हमलोग यहां किसी मंत्री या नेता से मिलने के लिए नहीं आये हैं. हम अपने आंदोलन को देश के अन्य राज्यों में भी ले जाना चाहते हैं, इसलिए हम दिल्ली पहुंचे हैं जहां इस आंदोलन के भविष्य पर चर्चा की जायेगी. हम इस आंदोलन से जाटों और गुर्जरों को जोड़ना चाहते हैं.
इधर, गुजरात हाइकोर्ट से सीआइडी जांच के आदेश जारी होने के बाद दो निरीक्षक और एक उपनिरीक्षक समेत नौ पुलिसकर्मियों पर पटेल आरक्षण आंदोलन के दौरान 32 वर्षीय एक व्यक्ति की कथित रूप से हिरासत में मौत को लेकर मामला दर्ज किया गया है. सहायक पुलिस आयुक्त केडी पांड्या ने कहा कि हमने श्वेतांग मौत के मामले में शुक्रवार देर रात बापूनगर के पुलिस निरीक्षक पीडी परमार, आरआर वसावा, एक डी स्टाफ पीएसआइ और डी स्टाफ के छह अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की.
हालांकि, श्वेतांग के परिवार के वकील ने दावा किया कि प्राथमिकी में हिरासत में कथित रूप से मौत के लिए जिम्मेदार सभी पुलिस अधिकारियों के नाम नहीं हैं. इधर, आंदोलन की अगुवाई कर रहे हार्दिक पटेल ने कथित रूप से हिरासत में मर गये स्वेतांग पटेल की मौत पर दुख जताया है. ज्ञात हो कि श्वेतांग को 25 अगस्त को पुलिस कथित रूप से जबरदस्ती पकड़ कर ले गयी थी. श्वेतांग की मां प्रभाबेन पटेल की याचिका के अनुसार, उसे पुलिस ने कथित रूप से बुरी तरह पीटा और उसने दम तोड़ दिया. गुजरात हाइकोर्ट ने शुक्रवार को कहा था कि प्रथम दृष्टया यह नरसंहार का मामला है.
गुजरात में हालात सामान्य, कर्फ्यू हटा
गुजरात में पटेल समुदाय के आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन के इस हफ्ते हिंसक रूप लेने के बाद अब हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं. वहीं, पिछले दो दिनों में हिंसा की कोई बड़ी घटना नहीं होने के बाद सभी प्रभावित हिस्सों से शनिवार को कर्फ्यू हटा लिया गया. हालांकि, हिंसा प्रभावित सभी इलाकों में अद्धसैनिक बल की भारी तैनाती बनी रहेगी. अहमदाबाद के जिलाधिकारी ने कहा कि हिंसा पर काबू करने के लिए बुलायी गयीं सेना की पांच कंपनियों को वापस भेज दिया गया.