नयी दिल्ली: कांग्रेस ने आज प्रमुख मुस्लिम नेता मौलाना महमूद मदनी के उस विवादास्पद बयान को खारिज कर दिया जिसमें ‘‘तथाकथित’‘ धर्मनिरपेक्ष दलों से कहा गया है कि वे मुस्लिम मतदाताओं में भय पैदा करने के लिए नरेन्द्र मोदी को हौव्वा नहीं बनायें.
पार्टी प्रवक्ता मीम अफजल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम किसी व्यक्ति को ध्यान में रखकर रणनीति नहीं बनाते. हमारी रणनीतियां पार्टी की नीतियों एवं कार्यक्रम के अनुरुप होती हैं.’‘ अफजल ने याद दिलाया कि मदनी ने पूर्व में कांग्रेस और उनकी नीतियों की सराहना की थी.
उन्होंने दावा किया कि मदनी का बयान समुदाय के अपमान की तरह है. उन्होंने इस बात पर हैरत जतायी कि मदनी एवं मोदी के बीच इस नये प्रेम का क्या कारण है. प्रमुख इस्लामी संगठन जमाते उलेमा ए हिंद के नेता मदनी ने कहा कि ‘‘तथाकथित’‘ धर्मनिरपेक्ष दलों को ‘‘नकारात्मक ढंग से’‘ वोट नहीं मांगने चाहिए. उन्हें सकारात्मक रुप से प्रचार के अपने एजेंडा के बारे में बोलना चाहिए तथा यह बताना चाहिए कि उन्होंने कितने वादे पूरे किये हैं और कितने पूरे किये जाना बाकी हैं.
मदनी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘तथाकथित धर्मनिरपेक्ष दलों को यह बताना चाहिए कि उनकी सरकारों ने विभिन्न राज्यों में क्या किया. उन्होंने कौन से वादे पूरे किये और कौन से पूरे किये जाना बाकी हैं. उन्हें इस आधार पर वोट मांगना चाहिए न किसी और का डर दिखाकर (कि वह सत्ता में आ जायेगा.