चूहों को पकड़ने के लिए रेलवे ने खर्च किये 10 लाख
नयी दिल्ली : भारतीय रेल देश की शान है, लेकिन उसकी शान में बट्टा लगाने का काम चूहे करते हैं. चूहे की कारगुजारियों से रेल विभाग इस कदर परेशान है कि उसने चूहे पकड़ने का काम एक संस्था को सौंपा है. अब तक इस संस्था के सहयोग से रेलवे ने 1,214 चूहों को पकड़ा है. […]
नयी दिल्ली : भारतीय रेल देश की शान है, लेकिन उसकी शान में बट्टा लगाने का काम चूहे करते हैं. चूहे की कारगुजारियों से रेल विभाग इस कदर परेशान है कि उसने चूहे पकड़ने का काम एक संस्था को सौंपा है. अब तक इस संस्था के सहयोग से रेलवे ने 1,214 चूहों को पकड़ा है. इन चूहों को पकड़ने में अबतक कुल 10 रुपये का खर्च आया है.
बावजूद इसके रेल विभाग चूहों को पकड़ने की मुहिम में जुटा है. रेलवे कोच में रहने वाले ये चूहे खाने-पीने के सामान को तो नुकसान पहुंचाते ही हैं, बर्थ को भी काटते हैं. यहां तक कि एसी कोच के बेड रोल को भी यह चूहे नुकसान पहुंचाते हैं. रेलवे प्लटफॉर्म पर भी चूहे आम हैं. यही कारण है कि रेल विभाग चूहों पर अंकुश लगाने के लिए उन्हें पकड़ने की मुहिम चला रहा है.
गौरतलब है कि राजधानी एक्सप्रेस में भी चूहों का आतंक दिखा है और कई यात्रियों ने इस संबंध में शिकायत भी की है. चूहे कैंटीन में घुसकर खाना को भी जूठा कर देते हैं.