ओडिशा में बाढ की स्थिति गंभीर, मृतकों की संख्या 28 हुयी
भुवनेश्वर: ओडिशा में मंगलवार को भी बाढ की स्थिति गंभीर बनी रही और फैलिन तूफान के बाद हुई बारिश के कारण कई नदियां अब भी उफान पर हैं. आपदा की स्थिति में करीब एक लाख लोग फंसे हुए हैं और मृतक संख्या 28 तक पहुंच गयी है. तेज हवा के साथ आये तूफान के प्रभाव […]
भुवनेश्वर: ओडिशा में मंगलवार को भी बाढ की स्थिति गंभीर बनी रही और फैलिन तूफान के बाद हुई बारिश के कारण कई नदियां अब भी उफान पर हैं. आपदा की स्थिति में करीब एक लाख लोग फंसे हुए हैं और मृतक संख्या 28 तक पहुंच गयी है.
तेज हवा के साथ आये तूफान के प्रभाव के कारण तीन दिनों तक बारिश होने से गंजाम समेत तटीय क्षेत्र में हालात बदतर हो गये हैं और राज्य के उत्तरी हिस्सों की बड़ी नदियां उफान पर हैं चक्रवात और वर्षा से प्रभावित इलाकों में आज राहत और बचाव कार्यो में तेजी लायी गयी. यहां 16,000 से ज्यादा गांवों के करीब एक करोड़ बीस लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं और 28 लोगों की जान चली गयी. इनमें से सात की बाढ़ से मृत्यु हुई है. दो ताजा मामले क्योंझर और कंधमाल जिलों के हैं.
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार बुद्धबलंग और जलाका जैसी नदियों में पानी के स्तर में कमी आने से बालेश्वर के कुछ हिस्सों के प्रभावित लोगों को राहत मिली है लेकिन सुबर्णरेखा अब भी उफान पर है जिससे बस्ता, बलियापाल, भोगराई और जलेश्वर के बड़े हिस्से के जलमग्न होने की आशंका है. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आज दोपहर में बाढ प्रभावित बालेश्वर, जाजपुर, भद्रक और मयूरभंज जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पटनायक ने तय किया है कि चक्रवात को देखते हुए वह कल अपना जन्मदिन नहीं मनायेंगे.
हवाई सर्वेक्षण के बाद मुख्यमंत्री पटनायक ने फैलिन और बाढ़ के चलते मारे गये सभी लोगों के परिजनों को 4-4 लाख रपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की.उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि मृतकों के परिजनों को 48 घंटे के भीतर सहायता राशि मिल जानी चाहिए.
पटनायक की घोषणा से कुछ समय पहले ही प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 2-2 लाख रपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की थी. प्रधानमंत्री ने गंभीर रुप से घायल हुए लोगों को 50,000 रुपये देने की भी घोषणा की.
राहत और बचाव कार्य तेजी से चलने के बीच तीन वरिष्ठ मंत्रियों को पूरे अभियान पर नजर रखने की जिम्मेदारी दी गयी है. कृषि मंत्री देवी प्रसाद मिश्र को बालेश्वर भेजा गया है वहीं स्वास्थ्य मंत्री दामोदर राउत मयूरभंज में और पंचायती राज मंत्री कल्पतरु दास गंजाम में अभियान पर नजर रखेंगे.
ओडिशा के राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री एस एन पात्र ने चक्रवात के बाद पांच जिलों में अचानक आई बाढ को गंभीर बताते हुए कहा कि बालेश्वर और जाजपुर जिलों में करीब एक लाख लोग अब भी बाढ में फंसे हुए हैं.
उन्होंने कहा कि तूफान और बाढ़ से 16,487 गांवों के लगभग एक करोड 20 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. 6,25,408 हेक्टेयर भूमि पर खडी फसल नष्ट हो गयी है तथा 3,76,608 मकान क्षतिग्रस्त हो गये हैं.
पात्र ने कहा कि बाढ प्रभावित क्षेत्रों से 1,12,241 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है जबकि चक्रवात से पहले एहतियातन 9 9 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया था.