नयी दिल्ली : राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादववजदयूअध्यक्ष शरद यादवशुक्रवार को सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव को मनाने उनके आवासपहुंचे.मुलायम सिंह यादव से मुलाकात के बाद जदयू अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि हमारा गंठबंधन पहले भी था और अब भी है. उन्होंने कहा कि भाई मुलायम सिंह यादव ने ही सब लोगों को इकट्ठा किया था और उसको आगे बढाने का एक ही मौका है बिहार चुनाव. उन्होंने कहा कि एक दो दिनों में नतीजा सामने आयेगा. पत्रकारों के इस सवाल पर कि क्या मुलायम सिंह यादव को और सीटें बढा कर दी जायेंगी, शरद यादव ने कहा कि मुलायम सिंह जी के साथ सीटों का कोई मामला नहीं है और जो मामला है उसे अखबार में बताया नहीं जा सकता है.
वहीं, इस मुलाकात पर टिप्पणी करते हुए राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने कहा कि अभी थोडी उहापोह की स्थिति बनी हुई है, लेकिन बातचीत जारी है. लालू ने कहा कि वे हमारे अभिभावक हैं, हमने उनसे बात की है कि आप हमारे नेता हैं और आप पर ज्यादा गंठबंधन की जिम्मेवारी है. अगले साल यूपी चुनाव होने वाला है. सांप्रदायिक ताकतों को मिल कर रोकना है और देश में समाजवादी व धर्मनिरपेक्ष सरकार बनानी है. लालू ने मुलायम को अपना रिश्तेदार बताते हुए कहा कि बिहार में हमारी 200 सीटें उन्हीं की हैं.
सपा द्वारा महागंठबंधन से अलग होकर अपने दम पर बिहार विस चुनाव लड़ने का एलान करने के बाद से ही जनता परिवार में खलबली मची है. इसी कड़ी में आज लालू प्रसाद दिल्ली पहुंचे है. इससे पहले शरद यादव आज सुबह पहले चरण की मुलाकात कर मुलायम सिंह से इस संबंध में चर्चा कर चुके है. अब लालू प्रसाद के मुलायम सिंह के आवास पर पहुंचने के साथ ही एक बार फिर शरद यादव वहां पहुंचे है. इस दौरान दोनों प्रमुख नेता मुलायम सिंह को मनाने की कोशिश करेंगे.
इससे पहले जदयू नेता केसी त्यागी ने भी उम्मीद जताते हुए कहा था कि लालू यादव से मुलाकात के बाद मुलायम सिंह यादव मान जायेंगे और बिहार का महागंठबंधन नहीं टूटेगा. कल प्रेस कॉन्फ्रेंस करके समाजवादी पार्टी ने महागंठबंधन पर अपमानित करने का आरोप लगाया और कहा कि हम बिहार चुनाव में इस गंठबंधन से अलग हो रहे है. इस घोषणा के बाद राजद और जदयू में घमासान मच गया.
जदयू अध्यक्ष शरद यादव शाम होते-होते मुलायम सिंह यादव को मनाने पहुंचे लेकिन मुलाकात के बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए साफ कर दिया कि इस संबंध में कोई बात नहीं हुई है. हालांकि शरद ने यह साफ कर दिया कि किसी भी कीमत पर बिहार में उनका गंठबंधन टूटेगा नहीं. अब मुलायम को मनाने की जिम्मेदारी उनके समधी लालू प्रसाद यादव पर है. लालू प्रसाद ने कहा कि मुलायम सिंह हमारे अभिभावक हैं. इससे बढ़कर वह हमारे रिश्तेदार हैं. अगर उनको कोई नाराजगी है तो उसे दूर करेंगे. नीतीश कुमार और वह स्वयं कोशिश करेंगे कि उनसे बात कर कनफ्यूजन को दूर किया जाये. गुरु वार को दिल्ली रवाना होने के पहले उन्होंने बताया कि सारे देश का ध्यान बिहार पर लगा है.
बिहार की लड़ाई कोई सामान्य लड़ाई नहीं है. धर्म निरपेक्ष ताकतों को इकट्ठा होना होगा. यह लड़ाई सांप्रदायिकता के जहर को निकालने की लड़ाई है. यह टाइम ठीक नहीं है. उन्होंने बताया कि मुलायम सिंह से अभी उनकी बात नहीं हुई है. उनसे बात कर इस मामले को सुलझा लिया जायेगा. गौरतलब है कि महागंठबंधन से तीनों पार्टियों के कई नेता नाराज है. एनसीपी पहले ही इससे किनारा कर चुकी है अब समाजवादी पार्टी के महागंठबंधन के अलग होने से इसकी धार कम होने लगी है.