नयी दिल्ली: भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने केंद्र सरकार द्वारा पूर्व सैनिकों को वन रैंक, वन पेंशन के जरिये ‘आर्थिक सुरक्षा’ उपलब्ध कराये जाने का स्वागत करते हुए इसे ऐतिहासिक फैसला बताया और कहा कि नरेंद्र मोदी ने 2014 में लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान किये गये इस वायदे को पूरा कर दिखाया है. इस घोषणा की कांग्रेस द्वारा आलोचना किये जाने पर पलटवार करते हुए शाह ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने तो 1970 के दशक में पूर्व सैनिकों की पेंशन को कम कर दिया था. उन्होंने पूर्व संप्रग सरकार द्वारा एक रैंक, एक पेंशन’ के लिये 500 करोड़ रुपये आवंटित करने को भी पूर्व सैनिकों के साथ क्रूर मजाक बताया.
भाजपा अध्यक्ष ने कांग्रेस पर प्रहार जारी रखते हुए कहा, 1973 में पूर्व सैनिकों की पेंशन को घटा दिया गया था और ओआरओपी की मांग तब से लटकी पड़ी थी. पिछली कांग्रेस सरकार ने अपने अंतिम समय में ओआरओपी के लिए 500 करोड़ रुपयों का आवंटन किया, जो पूर्व सैनिकों के साथ क्रूर मजाक था. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के इस फैसले से 9000 से 10000 करोड़ रुपयों तक का अतिरिक्त वार्षिक खर्च आयेगा. शाह ने कहा कि लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान मोदी ने जो वायदा किया था, उसे प्रधानमंत्री बन कर उन्होंने पूरा कर दिया. रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर द्वारा घोषित ओआरओपी फामरूले पर पूर्व सैनिकों के एक वर्ग की आपत्तियों के बारे में हालांकि उन्होंने कुछ कहने से इनकार कर दिया.