शीना मर्डर मिस्ट्री : कमिश्नर राकेश मारिया बोले, नहीं बनने दूंगा ‘शीना’ को ‘आरुषि’
मुंबई : शीना हत्याकांड मामले में मुंबई पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया काफी गंभीर दिखायी पड़ रहे हैं. उन्होंने कहा है कि मैं शीना हत्याकांड को आरुषि नहीं बनने दूंगा. यह बात उन्होंने भास्कर टाइम्स से बात करते हुए कही है. आपको बता दें कि राकेश मारिया डेढ़ महीने से इस मामले की कमान खुद संभाले […]
मुंबई : शीना हत्याकांड मामले में मुंबई पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया काफी गंभीर दिखायी पड़ रहे हैं. उन्होंने कहा है कि मैं शीना हत्याकांड को आरुषि नहीं बनने दूंगा. यह बात उन्होंने भास्कर टाइम्स से बात करते हुए कही है. आपको बता दें कि राकेश मारिया डेढ़ महीने से इस मामले की कमान खुद संभाले हुए हैं. इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में उनके साथ 6 अधिकारियों की टीम दिन रात-लगी हुई है. कुछ अधिकारी पिछले कई दिनों से अपने घर भी नहीं जा सके हैं. वे अपना डेरा-डंडा खार पुलिस थाने में ही गाड़े हुए हैं. इंटरव्यू में राकेश मारिया ने कहा है कि यह मुंबई पुलिस की इज्जत का सवाल है. राकेश मारिया इस मामले की जांच 30 सितंबर से पहले पूरा कर लेना चाहते हैं क्योंकि उनका प्रमोशन होना है. राकेश मारिया ने कहा कि इस केस में मीडिया उनके लिये सबसे बड़ा चैलेंज बन गया है. मीडिया पुलिस के काम में हस्तक्षेप कर रही है.
इससे पहले एक स्थानीय अदालत ने शनिवार को शीना बोरा हत्याकांड के मुख्य आरोपियों इंद्राणी मुखर्जी, संजीव खन्ना और श्यामवर राय की पुलिस हिरासत सात सितंबर तक के लिए बढ़ा दी. उधर, विशेष लोक अभियोजक वैभव बागड़े का कहना है कि इस मामले में अभी भी ‘एक बड़े दायरे’ को जांच में समेटना बाकी है और इंद्राणी ‘सहयोग नहीं कर रही हैं और उनसे कुछ उगलवाना बहुत मुश्किल’ है. जांच का दायरा बड़ा है. तीनों आरोपियों को पुलिस हिरासत की 14 दिन की समयसीमा खत्म होने से दो दिन पहले शनिवार दोपहर कड़ी सुरक्षा के बीच उपनगर बांद्रा में न्यायाधीश एसएम चांदगड़े की अदालत में पेश किया गया. अदालती कार्यवाही के बाद उन्हें फिर से आगे की पूछताछ के लिए खार पुलिस थाने ले जाया गया.
फर्जी ईमेल आइडी बनायी
अभियोजक ने कहा कि इंद्राणी ने हत्या की साजिश के लिए ईमेल और इंटरनेट जैसे आधुनिक उपकरणों का प्रयोग किया है. अब तक हुई प्रगति पहले से ही सामने है. हमने एक भी दिन व्यर्थ नहीं किया है. उन्होंने पीड़ित के नाम से झूठे ईमेल भेजे. उन्होंने (इंद्राणी) फर्जी ईमेल आइडी बनायी. जांच के दायरे को देखते हुए हिरासत कम है. यह पता करने की कोशिश की जा रही है कि और किस किस ने इंद्राणी की मदद की और पुलिस को जांच के लिए और समय चाहिए. कहा कि हमें पता करना है कि और किस ने उनकी मदद की. ईमेल का अध्ययन करना है. अपराध अलग-अलग क्षेत्रों में हुआ.
क्रेडिट कार्ड बरामद करना बाकी
बागड़े ने कहा कि हमें आरोपी (इंद्राणी) का क्रेडिट कार्ड बरामद करना है. पुलिस के मुताबिक, इंद्राणी के सीक्रेट अकाउंट्स दिल्ली, मुंबई के अलावा ब्रिटेन, सिंगापुर, स्पेन और लग्जमबर्ग में भी हैं. आरोपी ने सहयोग को लेकर पूरी तरह से अनिच्छा दिखायी है. धारा 307 (हत्या का प्रयास) के तहत अतिरिक्त आरोप जोड़ा गया है. पुलिस को तार्किक समय चाहिए. अभियोजन की दलीलों को खारिज करते हुए बचाव पक्ष ने कहा कि इंद्राणी कट्टर अपराधी नहीं है. उन्होंने पुलिस पर ‘मीडिया ट्रायल करने और पूर्वाग्रह के साथ कार्यवाही’ का आरोप लगाया.
नहीं रखना है रिश्ता : पीटर
सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ के दौरान पीटर मुखर्जी ने कहा कि जहां तक मेरा सवाल है, मेरा अब इंद्राणी से कोई रिश्ता नहीं रहा. मैं ऐसी पत्नी से कोई रिश्ता नहीं रखना चाहता, जिसने मर्डर की बात कबूल कर ली हो. पुलिस ने जब पीटर को यह बताया कि इंद्राणी के कुछ सीक्रेट बैंक अकाउंट्स थे, तो पीटर हैरान रह गये. पीटर ने कहा कि उन्हें इन अकाउंट्स के बारे में जानकारी नहीं है.