OROP : भूख हड़ताल खत्म लेकिन विरोध रहेगा जारी
नयी दिल्ली : वन रैंक वन पेंशन पर सरकार ने पूर्व सैनिकों को तोहफा दे दिया लेकिन इसे लेकर विरोध अभी तत्काल पूरी तरह खत्म होता नजर नहीं आ रहा. पूर्व सैनिक सतबीर सिंह ने ओआरओपी लागू करने के लिए हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद व्यक्त करते हैं लेकिन आंदोलनरत पूर्व सैन्यकर्मियों के नेता […]
नयी दिल्ली : वन रैंक वन पेंशन पर सरकार ने पूर्व सैनिकों को तोहफा दे दिया लेकिन इसे लेकर विरोध अभी तत्काल पूरी तरह खत्म होता नजर नहीं आ रहा. पूर्व सैनिक सतबीर सिंह ने ओआरओपी लागू करने के लिए हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद व्यक्त करते हैं लेकिन आंदोलनरत पूर्व सैन्यकर्मियों के नेता मेजर जनरल ने कहा, हम भूख हडताल कर रहे पूर्व सैन्यकर्मियों से अनशन समाप्त करने की अपील करते हैं.
लेकिन लंबित मुद्दों के समाधान तक हमारी क्रमिक हडताल और आंदोलन जारी रहेगा. पूर्व मेजर जनरल सतबीर सिंह ने कहा, अगर सरकार हमारे चार मुद्दों को माननने से इनकार करती है तो हम वापस विरोध प्रदर्शन और भूख हड़ताल करेंगे.वन रैंक वन पेंशन पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा, वन रैंक वन पेंशन पर सरकार ने बड़ी चालाकी और अपमानजनक तरीके से पूर्व सैनिकों के साथ व्यवहार किया है.
उनकी मांग को सरकार ने बड़ी चालाकी से डील किया है. इससे पहले नरेंद्र मोदी सरकार ने लगभग 42 साल से चली आ रही वन रैंक, वन पेंशन यानी ओआरओपी की मांग को शनिवार को स्वीकार कर लिया.इधर, बीते 84 दिनों से आंदोलन कर रहे पूर्व सैन्यकर्मियों ने सरकार के इस एलान को खारिज कर दिया और एलान किया कि उनका आंदोलन जारी रहेगा. इस बीच सरकार ने पूर्व सैन्यकर्मियों से कहा कि अपना आंदोलन खत्म कर दें क्योंकि उनकी मांग स्वीकार कर ली गयी है. तेजी से बदलते घटनाक्रम के बीच आंदोलन कर रहे पूर्व सैन्यकर्मियों के नेताओं ने शनिवार की रात रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के साथ बैठक की और यह फैसला लिया.