रेप पीडित नेपाली महिलाओं ने सुनाई अपनी व्यथा, कल भेजा जायेगा नेपाल

नयी दिल्ली : दो नेपाली महिलाओं को बंधक बनाकर उनसे रेप किए जाने की घटना ने मानवता को शर्मसार कर दिया है. इस मामले में विदेश मंत्रालय भी अब सक्रि‍य हो गया है. यह मामला दो अलग देशों के नागिरकों से जुड़ा है इसलिए मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है. प्राप्त जानकारी के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 9, 2015 1:48 PM

नयी दिल्ली : दो नेपाली महिलाओं को बंधक बनाकर उनसे रेप किए जाने की घटना ने मानवता को शर्मसार कर दिया है. इस मामले में विदेश मंत्रालय भी अब सक्रि‍य हो गया है. यह मामला दो अलग देशों के नागिरकों से जुड़ा है इसलिए मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है. प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनों महिलाओं को कल नेपाल भेज दिया जाएगा. इस संबंध में नेपाल के राजदूत दीप उपाध्याय ने कहा कि दूतावास विदेश मंत्रालय और स्थानीय पुलिस अधिकारियों के साथ संपर्क में है. दूतावास ने आवश्यक जांच शुरू कर दी है. उन्होंने कहा कि जबतक पुलिस इस मामले में जांच कर रही है कुछ कहना उचित नहीं है. हमें इस संबंध में आधिकारिक रूप से जानकारी नहीं है. आरोपी राजनयिक है या नहीं पता नहीं.

इधर,दोनोंनेपाली महिलाओं ने आज अपनी व्यथा सुनाई जिन्हें एक सउदी राजनयिक और उसके ‘‘अतिथियों” ने गुडगांव स्थित एक फ्लैट में कथित तौर पर बंधक बना लिया और बलात्कार किया. इन महिलाओं ने कहा कि उनका यौन उत्पीडन करने वाले ये लोग उन्हें जान से मारने की धमकी भी देते थे. गुडगांव पुलिस द्वारा इन दोनों महिलाओं को बचाए जाने के बाद राजनयिक के खिलाफ बलात्कार के आरोपों में मामला दर्ज कर लिया गया. हालांकि, सउदी दूतावास के अधिकारियों ने आरोपों से इनकार किया है.

बेहतर भविष्य का प्रलोभन देकर भारत लाई गईं मां-बेटी ने आज दावा किया कि उन्हें पिछले चार महीने से उनका वेतन नहीं दिया जा रहा था और अब वे जल्द से जल्द ‘‘घर” वापस जाना चाहती हैं. पीडित मां ने अपने घाव दिखाते हुए कहा, ‘‘वे हमें कमरों में बंद रखते थे और हमें बोलने तक नहीं देते थे. वे हमें चाकू दिखाते थे और बात न मानने की स्थिति में हमें मारने की धमकी देते थे.” महिला ने कहा, ‘‘हमें बताया गया था कि वह एक अच्छा आदमी है जिसके पास एक बडा घर है. लेकिन हमें यह नहीं पता था कि वह क्या करता है. हमें घर का कामकाज करने के लिए लाया गया था. लेकिन उसने हमारे साथ भयावह चीजें कीं.” उसने कहा, ‘‘हम नेपाल वापस जाना चाहते हैं और इन लोगों को जल्द से जल्द जेल भेजा जाना चाहिए.”

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