भारत में 32 साल बाद विश्व हिन्दी सम्मेलन, नरेंद्र मोदी करेंगे उद्घाटन
भोपाल : दुनिया भर में हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिए होने वाला विश्व हिन्दी सम्मेलन 32 साल बाद भारत में हो रहा है. गुरुवार को देश की सांस्कृतिक नगरी भोपाल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस तीन दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे. सम्मेलन में लगभग 27 देशों के हिन्दी विद्वान हिस्सा ले रहे हैं. देश विदेश […]
भोपाल : दुनिया भर में हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिए होने वाला विश्व हिन्दी सम्मेलन 32 साल बाद भारत में हो रहा है. गुरुवार को देश की सांस्कृतिक नगरी भोपाल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस तीन दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे. सम्मेलन में लगभग 27 देशों के हिन्दी विद्वान हिस्सा ले रहे हैं. देश विदेश में हिन्दी के प्रचार प्रसार में अहम भूमिका निभाने वाले बालीवुड के सितारों से आम तौर पर परहेज करने वाले विश्व हिन्दी सम्मेलन में इस बार मशहूर अभिनेता अमिताभ बच्चन को न सिर्फ आमंत्रित किया गया है बल्कि वह ‘अच्छी हिन्दी कैसे बोलें’ विषय पर व्याख्यान भी देंगे.
प्रधानमंत्री ने सम्मेलन के सफल होने की कामना करते हुए अपने शुभकामना संदेश में आशा प्रकट की कि इसमें भाग ले रहे विद्वान हिंदी के माध्यम से भारतीय संस्कृति के मूलमंत्र ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना को आगे बढाएंगे और हिंदी जगत के विस्तार की संभावनाओं को चरम पर पहुंचाने के उपायों पर चर्चा करेंगे.
राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विश्व हिन्दी दिवस आयोजन के लिए इस बार भोपाल को चुने जाने पर प्रसन्नता जताते हुए कहा, भारत के हृदय प्रदेश मध्यप्रदेश में हिन्दी प्रेमियों का स्वागत है. दसवें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की मेजबानी के लिये भोपाल को चुना जाना हमारे लिए हर्ष और गौरव का प्रसंग है. सम्मेलन का मुख्य विषय ‘हिंदी जगत : विस्तार एवं संभावनाएं’ है. दसवां विश्व हिंदी सम्मेलन भारत की सांस्कृतिक नगरी भोपाल में 10 से 12 सितबंर को लाल परेड मैदान में हो रहा है. विश्व हिंदी सम्मेलनों की परंपरा 1975 में नागपुर में आयोजित प्रथम विश्व हिंदी सम्मेलन से शुरू हुई.
तब से इन सम्मेलनों ने एक वैश्विक स्वरुप और गति प्राप्त की. अब तक ऐसे नौ सम्मेलन विश्व के विभिन्न देशों में आयोजित किए जा चुके हैं. इससे पूर्व विश्व हिन्दी सम्मेलन दो-दो बार मॉरीशस और भारत में तथा एक-एक बार ट्रिनिदाद और टोबैगो, ब्रिटेन, सूरीनाम, अमेरिका तथा दक्षिण अफ्रीका में आयोजित हुए हैं. इन सम्मेलनों ने हमेशा से ही हिंदी स्नेही व्यक्तियों और प्रख्यात विद्वानों को आकर्षित किया है.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की अध्यक्षता में और मध्य प्रदेश सरकार की सहभागिता से विदेश मंत्रालय दसवें विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन कर रहा है. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सम्मेलन के मुख्य संरक्षक हैं. भोपाल स्थित माखन लाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय और अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय सम्मेलन की सहभागी संस्थाएं हैं. इस बार विश्व हिंदी सम्मेलन के महाकुंभ के दसवें पडाव को व्यापकता प्रदान करते हुए और इसकी परिधि का विस्तार करके मुख्य विषय ‘हिंदी जगत : विस्तार एवं संभावनाएं’ के साथ बारह विषयों पर विचार-विमर्श किया जाएगा.
सम्मेलन में चर्चा के निर्धारित मुख्य विषय हैं : विदेश नीति में हिंदी, प्रशासन में हिंदी, विज्ञान में हिंदी, विधि एवं न्याय क्षेत्र में हिंदी और भारतीय भाषाएं, अन्य भाषा भाषी राज्यों में हिंदी और गिरमिटिया देशों में हिंदी आदि. सम्मेलन के समापन सत्र को अमिताभ बच्चन संबोधित करेंगे और इसका समापन गृह मंत्री राजनाथ सिंह के भाषण से होगा.