नयी दिल्ली : चारा घोटाला और मेडिकल भरती घोटाले में दोषि सिद्धि के बाद लालू यादव और राशिद मसूद फिलहाल जेल में हैं. कानूनन अब यह दोनों संसद सदस्य बने नहीं रह सकते हैं, लेकिन सरकार के सामने परेशानी यह है कि इस बात की घोषणा कौन करेगा? सांसदी खत्म होने की घोषणा को लेकर सरकार पसोपेश में है.
सरकार इस मामले में सावधानी के साथ कदम बढ़ाना चाहती है. क्योंकि थोड़ी सी भी चूक हूई तो उसे कोर्ट में चुनौती का सामना करना पड़ सकता है. दोनों सदनों ने इन तीनों की सदस्यता खत्म करने के मामले में कानून मंत्रालय से सलाह मांगी है.
हालांकि कानून मंत्रालय ने यह स्पष्ट कर दिया है कि दोष सिद्ध होते ही दोगी नेताओं की स्वत: सदस्यता खत्म हो जाएगी. और इसके लिए किसी प्रक्रिया की जरूरत नहीं होगी. हालांकि, अब इस बात पर संशय है कि इन तीनों सदस्यों की सीट खाली होने की घोषणा कौन करेगा.