चंडीगढ : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज चंडीगढ हवाई अड्डे पर नये टर्मिनल का उद्घाटन किया जहां से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों तरह की उडानें भरी जायेंगी. मोदी ने अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित इस टर्मिनल को राष्ट्र को समर्पित किया जिससे पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में आर्थिक और औद्योगिक विकास को बढावा मिलने की उम्मीद है. देश के उत्तरी हिस्से के लिए विकास के वाहक के रूप में देखी जा रही 939 करोड रुपये की इस महत्वाकांक्षी परियोजना का परिचालन और रखरखाव चंडीगढ अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा लिमिटेड (सीएचआइएएल) करेगी जो भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकारण (एएआइ) और पंजाब एवं हरियाणा सरकार के बीच संयुक्त उद्यम है.
इस परियोजना में एएआइ की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है जबकि पंजाब एवं हरियाणा की 24.5 और 24.5 प्रतिशत हिस्सेदारी है. टर्मिनल के उद्घाटन के मौके पर पंजाब और हरियाणा के राज्यपाल एवं केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ के प्रशासक कप्तान सिंह सोलंकी, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री पी अशोक गजपति राजू, पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर एवं अन्य लोग मौजूद थे. हवाईअड्डे पर नये टर्मिनल का उद्घाटन करने से पहले मोदी को नयी इमारत का मॉडल दिखाया गया और प्रतिष्ठान की तस्वीरों की प्रदर्शनी दिखायी गयी.
नागर विमानन मंत्री राजू ने उन्हें एक स्मृति चिह्न भी भेंट किया. मोहाली (पंजाब) में हरित इमारत की अवधारणा पर डिजाइन किया गया टर्मिनल 53,000 वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्र में फैला है और व्यस्त समय के दौरान यह 450 अंतरराष्ट्रीय यात्रियों सहित 16,00 यात्रियों की संचालन क्षमता रखता है. हवाईअड्डे पर मालवाहक विमानों सहित आठ विमानों के खडे होने की क्षमता है. इसमें 500 कारों की पार्किंग सुविधा है और 48 चेक-इन काउंटर हैं. इसमें नौ आव्रजन काउंटर, चार बैगेज कैरुजेल, तीन पैसेंजर बोर्डिंग ब्रिज, छह एस्कलेटर और 14 लिफ्ट हैं.
टर्मिनल इमारत भित्ति चित्रों, पेंटिंग और वास्तुकला के साथ पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ की धरोहर तथा संस्कृति को दर्शाती है. एल एंड टी द्वारा निर्मित टर्मिनल में पर्यावरणोन्मुखी प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया गया है. इसमें करीब 55 लाख फ्लाई ऐश ईंटों, कैविटी वॉल, दोहरे आवरण की छत, ऊर्जा सक्षम चिलर और पानी बचाने के लिए सेंसर आधारित पाइप प्रणाली लगी है. इसमें 600 केएलडी का जलमल शोधन संयंत्र जो पर्यावरण अनुकूल वातन प्रौद्योगिकी पर आधारित है, जल शोधन संयंत्र और वर्षा जल संचय प्रणाली लगी है.
इसके अतिरिक्त अंतरराष्ट्रीय स्तर की बैगेज हैंडलिंग प्रणाली और वाई-फाई जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध करायी गयी हैं. पंजाब ने मोहाली में भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण को 2008 में नये टर्मिनल के लिए 305 एकड जमीन उपलब्ध करायी थी. नये हवाईअड्डे से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों तरह की उडानें संचालित होंगी. मौजूदा टर्मिनल इमारत को अन्य उड्डयन उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा.