भारत-पाकिस्तान सीमा पर शांति के लिए संवाद बढाने को राजी
नयी दिल्ली : भारत और पाकिस्तान संघर्षविराम उल्लंघन और सीमापार घुसपैठ जैसे संवेदनशील मुद्दों को मिलकर सुलझाने के लिए ई-मेल और टेलीफोन समेत विभिन्न माध्यमों से सूचनाओं के सामयिक आदान प्रदान पर आज सहमत हुए. यहां दोनो देशों के बीच महानिदेशक स्तर की वार्ता के समापन पर दोनों पक्षों ने विश्वास बहाली के उपायों (सीबीएम) […]
नयी दिल्ली : भारत और पाकिस्तान संघर्षविराम उल्लंघन और सीमापार घुसपैठ जैसे संवेदनशील मुद्दों को मिलकर सुलझाने के लिए ई-मेल और टेलीफोन समेत विभिन्न माध्यमों से सूचनाओं के सामयिक आदान प्रदान पर आज सहमत हुए.
यहां दोनो देशों के बीच महानिदेशक स्तर की वार्ता के समापन पर दोनों पक्षों ने विश्वास बहाली के उपायों (सीबीएम) से जुडे सहमतिपत्र तथा संयुक्त वार्ता रिकार्ड पर हस्ताक्षर किए, जिनमें सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों की सुरक्षा एवं कल्याण सुनिश्चित करने की जरूरत पर बल दिया गया. सूत्रों ने बताया कि दोनों पक्ष अंतरराष्ट्रीय सीमा पर संघर्षविराम उल्लंघन रोकने पर सहमत हुए जिसके लिए वे सभी संभावित स्तरों पर विभिन्न माध्यमों से एक-दूसरे से अधिकाधिक संवाद करेंगे.
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और पाकिस्तान रेंजर्स के प्रमुखों ने वार्ता में अपने-अपने देश के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया और दोनों पक्षों ने माना कि वार्ता बडे सौहादपूर्ण वातावरण में हुई जिसमें भारत पाकिस्तान सीमा पर दोनों देशों से जुडे मुद्दों पर चर्चा हुई.
दोनों ही सीमा प्रहरी बलों ने खेलकूद एवं सांस्कृतिक दलों के एक दूसरे के यहां नियमित रूप से जाने-आने एवं कुछ खास सीमावर्ती क्षेत्रों में समन्वित गश्त शुरू करने के माध्यम से विश्वास बहाली के नये उपाय शुरू करने का निर्णय लिया.
बीएसएफ महानिदेशक डीके पाठक और रेंजर्स प्रमुख मेजर जनरल उमर फारुक बुर्की द्वारा सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर के बाद जारी बीएसएफ के बयान में कहा गया है, ‘‘दोनों सीमा प्रहरी बलों के बीच सहयोग की भावी रूपरेखा तय करने वाले संयुक्त वार्ता रिकार्ड पर आज हस्ताक्षर किए गए. अगली बैठक वर्ष 2016 के पूर्वार्ध में पाकिस्तान में करने पर सहमति बनी. ‘ बयान में कहा गया है, ‘‘वार्ता इस आशा के साथ समाप्त हुई कि दोनों पक्ष सीमा पर शांति और अमन बनाए रखने की कोशिश लगातार करते रहने पर सहमत हैं. ‘ दोनों पक्षों के बीच कल महानिदेशक स्तर की वार्ता संपन्न हुई. शुरू में एक ही दिन बातचीत करने का कार्यक्रम था, लेकिन पहले दिन की बातचीत के बाद दोनो पक्षों ने अगले दिन एक और सत्र की बातचीत करने पर सहमति जताई. दोनों देशों ने निश्चय किया कि भारत पाकिस्तान सीमा पर शांति और अमन दोनों देशों का महत्वपूर्ण लक्ष्य है.
पाकिस्तान सरकार के सूत्रों ने भी इन उपायों को शुरू करने की बात कही थी और माना कि बैठक सौहार्द्रपूर्ण एवं अनुकूल माहौल में हुई.
बयान में कहा गया है, ‘‘बैठक में चिंता के विशेष मुद्दे लिए गए. सीमा पर गोलीबारी, मादक पदार्थों की तस्करी, घुसपैठ की कोशिश की घटनाएं तथा रक्षा ढांचों की निर्माण गतिविधियों पर चर्चा हुई. सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों के असावधानीवश सीमा पार करने और उनकी सकुशल वापसी के मुद्दे पर भी चर्चा हुई.’
पडोसी देश द्वारा सीमा पर संघर्षविराम उल्लंघन भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय संबंध में एक बहुत बडा रोडा है. पाकिस्तानी सैनिक सितंबर में अबतक 11 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर चुके हैं.
पाकिस्तान कह चुका है कि वह नीति के रूप में अवैध रूप से सीमा पार करने का समर्थन नहीं करता लेकिन इसके बावजूद दोनों पक्ष सीमा नियंत्रण को और मजबूत बनाने के लिए अतिरिक्त उपाय करने पर सहमत हुए.
भारतीय पक्ष के सूत्रों ने बताया कि मामला दर मामला आधार पर स्थिति के समाधान के उद्देश्य से तत्काल संवाद के लिए दोनों बलों के महानिदेशक एक दूसरे के मोबाइल नंबर, ई-मेल आईडी और फैक्स नंबर का आदान प्रदान करेंगे.
रेंजर्स बाद में अमृतसर के लिए रवाना हो गए, जहां वह अटारी में भारतीय ओर से शाम में रीट्रिट कार्यक्रम देखेंगे.
उसके बाद पंजाब सीमा के बीएसएफ कमांडर इस प्रतिनिधिमंडल को औपचारिक रूप से विदा करेंगे. प्रतिनिधिमंडल वाघा बोर्डर से पाकिस्तान जाएगा.