झाबुआ :मध्य प्रदेश के झाबुआ में हुए ब्लास्ट में अबतक 89 लोगों के मारे जाने की खबर है. इसबीच आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान धमाका स्थल पहुंचे और यहां का दौरा किया. उन्होंने इस घटना से प्रभावित लोगों से मुलाकात भी की.घटनास्थल का दौरा करने के बाद आज शिवराज सिंह चौहान ने मृतक के परिवारों को 10 लाख मुआवजा देने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि इस घटना के जिम्मेदार लोगों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा.हमने यह तय किया है कि इस मामले न्यायिक जांच करायी जाएगी जिसकी निगरानी हाईकोर्ट के जज करेंगे.
घटनास्थल का दौरा करने के पहले उन्होंने मीडिया से कहा कि पेटलावद की घटना से मन बहुत व्यथित है, रात भर मैं सो नहीं सका हूं. मैं पेटलावद जा रहा हूं, पीड़ित परिवारों से मिलूंगा. त्रासदी का शिकार परिवारों का दर्द बांटने मैं वहां जा रहा हूं. मैं भविष्य की उचित व्यवस्था करने का प्रयास करूंगा ताकि ऐसी घटना न हो.इधर, स्थानीय लोग जिला प्रशासन के खिलाफ आज विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं, घटनास्थल पर कांग्रेस नेता कांतिलाल भूरिया ने भी दौरा किया.
राजेंद्र कसावा पर केस दर्ज
आपको बता दें कि झाबुआ जिले में शनिवार सुबह एक घर में एक-एक कर कई धमाके हुए जिससे इलाका थर्रा गया. धमाके की चपेट में कई लोग आ गये जिसमें से 104 लोगों ने अपनी जान गंवा दी. इधर इस मामले में राजेंद्र कसावा पर केस दर्ज किया गया है. कसावा के आवास और गोदामों को पुलिस ने सील कर दिया है. बताया जा रहा है कि जिस गोदाम में धमाके हुए वह कसावा के नाम पर है. इस दुर्घटना में 100 लोग घायल हुए हैं जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है. धमाके का कारण घर में रखा भारी विस्फोटक था, जिनमें आग लगने से यह बड़ा हादसा हुआ. हादसे में पास के एक रेस्टोरेंट की छत भी ढह गई साथ ही कुछ दूसरे घरों को भी नुकसान पहुंचा है.
राजेंद्र कसावा का है घर
झाबुआ की कलेक्टर अरुणा गुप्ता ने इस संबंध में जानकारी दी कि विस्फोट पेटलावद बस स्टैंड के निकट शनिवार सुबह एक इमारत में हुआ जो राजेंद्र कसावा का है. कसावा के पास विस्फोटक रखने का लाइसेंस है. वह इसका उपयोग चट्टानी इलाकों में कुएं खोदने के लिए करता है. कसावा ने जिलेटिन की छड़ों समेत भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री अपने आवास में रखी थी. जो धमाके का कारण बनी.
धमाके का प्रभाव
प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो रुक-रुक कर कई धमाके हुए जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गयी. यह सिलसिला कई मिनटों तक चला जिसने आसपास के घरों को भी नुकसान पहुंचाया. धमाके के कारण कुछ लोग हवा में उछलते नजर आने लगे. धमाके की चपेट में एक रेस्टोरेंट भी आ गया जो इस इमारत के नजदीक था. इस रेस्टोरेंट में रखे गैस सिलेंडर में भी ब्लास्ट हुआ जिसके कारण रेस्टोरेंट की छत ढह गई. छत गिरने से वहां मौजूद लोग हादसे का शिकार बने. धमाका इतना जोरदार था कि बाहर सड़क पर शव बिखर गए. मध्य प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये मुआवजा देगी जिसकी घोषणा कर दी गयी है.
गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने भी घटना पर दुख जताया
प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने भी घटना पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि विस्फोट की जांच के आदेश दे दिये गये हैं और प्रशासन से कहा गया है कि वह मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकालने तथा बचाव कार्य तेजी से करें और इसमें स्थानीय लोगों की भी मदद लें. यह पूछने पर कि क्या इस विस्फोट में कोई साजिश तो नहीं है, गृह मंत्री ने कहा कि जांच में सभी पहलुओं को शामिल किया जायेगा और उसके बाद सच्चाई सामने आ जायेगी.