ओडिशा में 647 गांव अभी भी जलमग्न
भुवनेश्वर: ओडिशा के पांच उत्तरी जिलों में फैलिन चक्रवात और मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ की स्थिति में आज मामूली सुधार हुआ, लेकिन 647 गांवों के लोग अभी तक पानी से घिरे हैं और इस दोहरी त्रसदी से अब तक 28 लोगों की जान जा चुकी है.बड़ी नदियों में पानी का स्तर कम होने […]
भुवनेश्वर: ओडिशा के पांच उत्तरी जिलों में फैलिन चक्रवात और मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ की स्थिति में आज मामूली सुधार हुआ, लेकिन 647 गांवों के लोग अभी तक पानी से घिरे हैं और इस दोहरी त्रसदी से अब तक 28 लोगों की जान जा चुकी है.बड़ी नदियों में पानी का स्तर कम होने लगा है और राज्य सरकार ने आज सेना, नौसेना और वायुसेना के कर्मियों वाले रक्षा बलों को राहत और बचाव अभियान से हटाने का फैसला किया है. हालांकि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की स्थानीय इकाई फिलहाल बालेश्वर के बाढ़ प्रभावित इलाकों में तैनात रहेगी. विशेष राहत आयुक्त पी के महापात्र ने आज यहां संवाददाताओं को यह जानकारी दी.
उन्होंने कहा, ‘‘ बालेश्वर जिले के चार ब्लॉक- बास्ता, भोगराई, जालेश्वर और बलियापाल को छोड़कर आठ अन्य ब्लॉक से बाढ़ का पानी उतरने लगा है.’’ हालांकि 83 पंचायतों के 647 गांव अभी भी जलमग्न हैं.
राजस्व प्रभागीय आयुक्त, मध्य मंडल अरविंद पाधी ने बताया कि मयूरभंज, भद्रक, जाजपुर और क्योंझर में भी बाढ़ का पानी उतरने लगा है और इसे देखते हुए राज्य सरकार ने भोजन के पैकेट गिराने का काम रोक देने का फैसला किया है क्योंकि सभी इलाकों में अब मोटर बोट के जरिए पहुंच पाना सुगम हो गया है.