नयी दिल्ली : साल 2004 में आई भयंकर प्राकृतिक आपदा की पुनरावत्ति को रोकने के उद्देश्य से भारत दक्षिणी चीन सागर में सुनामी पूर्व चेतावनी प्रणाली का निर्माण कर रहा है. इसके अगले 10 महीने में काम करना शुरु करने की संभावना है.
चीन भी इसी तरह के सुनामी पूर्व चेतावनी केंद्र का निर्माण दक्षिणी चीन सागर में कर रहा है. यह क्षेत्र फिलहाल प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र से अलर्ट पाता है. दो साल पहले दक्षिणी चीन सागर में इस तरह की प्रणाली होने के मुद्दे को रीजनल इंटिग्रेटेड मल्टी हजार्ड अर्ली वार्निंग सिस्टम फॉर अफ्रीका एंड एशिया (राइम्स) की बैठक में उठाया गया था. भारत भी इसका सदस्य है. राइम्स बैंकॉक आधारित 18 सदस्यीय बहु सरकारी संगठन है.
बैठक में कहा गया कि भारत को दक्षिणी चीन सागर में सुनामी की स्थिति में पूर्व चेतावनी जारी करने की क्षमता का निर्माण करना चाहिए. इसपर भारत ने सहमति जताई. दक्षिण चीन सागर से जुड़े देश भी इस संगठन के सदस्य हैं. फिलहाल, हैदराबाद में भारतीय सुनामी पूर्व चेतावनी प्रणाली (आईटीईडब्ल्यूएस) मिलने वाले आंकड़े की दोबारा जांच करती है.