पटेलों ने बैंक में जमा पूंजी निकाली, गांवों में राजनीतिक नेताओं के प्रवेश पर रोक लगाई
अहमदाबाद : अपने आरक्षण आंदोलन को तेज करते हुए पटेल समुदाय की बहुलता वाले कुछ गांव बैंकों में जमा अपनी पूंजी को निकाल रहे हैं और ऐसी खबर है कि एक को-ऑपरेटिव बैंक से एक ही दिन में करीब 20 लाख रुपये निकाले गए हैं. लोगों ने पटेल समुदाय के आरक्षण आंदोलन के दौरान हुई […]
अहमदाबाद : अपने आरक्षण आंदोलन को तेज करते हुए पटेल समुदाय की बहुलता वाले कुछ गांव बैंकों में जमा अपनी पूंजी को निकाल रहे हैं और ऐसी खबर है कि एक को-ऑपरेटिव बैंक से एक ही दिन में करीब 20 लाख रुपये निकाले गए हैं.
लोगों ने पटेल समुदाय के आरक्षण आंदोलन के दौरान हुई कथित पुलिस ज्यादती के विरोध के तहत अपने गांवों में राजनीतिक नेताओं के घुसने पर भी रोक लगा दी है.
बैनरों के जरिए राजनीतिक नेताओं को गांवों में न घुसने की कठोर ‘चेतावनी’ दी जा रही है. स्थानीय पटेल समुदाय के लोगों ने हिंसा के बाद नेताओं के उनके समर्थन में न आने की वजह से यह कदम उठाया है. पटेलों के लिए ओबीसी कोटा के तहत आरक्षण की मांग कर रहे नेता अपने समुदाय के लोगों से पहले ही अपील कर चुके हैं कि वे राज्य सरकार को संदेश देने के लिए बैंक खातों से अपना पैसा निकाल लें.
सरदार पटेल ग्रुप (एसपीजी-पटेलों के लिए आरक्षण की मांग कर रहा लालाजी पटेल के नेतृत्व वाले एक संगठन) की अपील के जवाब में कल साबरकांठा जिले के वाड्राड गांव में स्थानीय पटेल समुदाय के अनेक लोग अपना पैसा निकालने के लिए कतार में खडे नजर आए.
स्थानीय निवासी महेश पटेल ने कहा, ‘‘अपने समुदाय के लिए आरक्षण की मांग के समर्थन में मैंने इस बैंक से 50 हजार रुपये निकाले हैं. हमारे समुदाय के अन्य बहुत से लोग भी अपना पैसा निकालेंगे. जब तक हमारी मांग पूरी नहीं हो जाती, तब तक हम पैसा वापस जमा नहीं करेंगे.’ को-ऑपरेटिव बैंक के प्रबंधक केके पटेल के अनुसार मात्र एक दिन में करीब 20 लाख रुपये निकाले गए हैं.