PM नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता में तेजी से इजाफा, विरोधी भी हुए मुरीद
नयी दिल्ली/वाशिंगटन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जादू में कोई कमी नहीं आयी है अभी भी वे अपने चाहने वालों के दिलों पर राज कर रहे हैं. उनके विरोधी चाहे जितनी भी आलोचना कर लें लेकिन मोदी की लोकप्रियता दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रहा है. इस बात का खुलासा अमेरिकी सर्वेक्षण एजेंसी प्यू (पीईडब्ल्यू) […]
नयी दिल्ली/वाशिंगटन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जादू में कोई कमी नहीं आयी है अभी भी वे अपने चाहने वालों के दिलों पर राज कर रहे हैं. उनके विरोधी चाहे जितनी भी आलोचना कर लें लेकिन मोदी की लोकप्रियता दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रहा है. इस बात का खुलासा अमेरिकी सर्वेक्षण एजेंसी प्यू (पीईडब्ल्यू) के द्वारा जारी सर्वेक्षण से हुआ है जिसे गुरुवार को जारी किया गया है. सर्वेक्षण के अनुसार पिछले साल भारत में भाजपा नीत सरकार के सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता रेटिंग में तेजी से इजाफा हुआ है. प्यू ने छह अप्रैल से 19 मई, 2015 तक भारत में 2452 लोगों के बीच कराये गये अपने सर्वेक्षण के परिणामों में कहा कि मोदी ने अपनी नीतियों और शासन से न केवल देश में भारतीयों का गौरव बढाया है, बल्कि उनकी लोकप्रियता की रेटिंग उछलकर 87 प्रतिशत हो गयी है और परंपरागत कांग्रेसी आधार वाले स्थानों से भी उन्हें समर्थन मिल रहा है.
गुजरात में आरक्षण के मुद्दे को लेकर शुरू हुए आंदोलन के चलते पिछले महीने भड़की हिंसा से पहले कराये गये सर्वेक्षण में कहा गया कि लेकिन अविश्वास बना हुआ है. शायद इसलिए क्योंकि भाजपा के शासनकाल में 2015 के पहले पांच महीने में सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं में 2014 की इसी अवधि की तुलना में करीब एक चौथाई का इजाफा हुआ है. 2014 में उस समय कांग्रेस नीत सरकार थी. घरेलू मुद्दों में मोदी को सबसे कम स्वीकृति सांप्रदायिक संबंधों यानी बहुसंख्यक हिंदुओं और अल्पसंख्यक मुस्लिमों, जैनों, सिखों और ईसाइयों आदि के बीच दिन प्रतिदिन के संवाद तथा देश में अनेक जातियों के बीच रिश्तों पर उनके प्रबंधन को लेकर मिली है.
प्यू ने एक बयान में कहा कि हालांकि मोदी ने भारत की परंपरागत दलीय राजनीति को आगे बढाया है. प्रधानमंत्री और उनकी पार्टी को देश के सामने मौजूद अधिकतर चुनौतियों पर भाजपा के समर्थकों के साथ साथ विपक्षी कांग्रेसी के समर्थकों से भी समर्थन मिल रहा है. सर्वेक्षण के अनुसार मोदी और भाजपा को ग्रामीण इलाकों में और कांग्रेस के परंपरागत मजबूत गढों में बडा समर्थन मिल रहा है. बडी संख्या में कांग्रेस समर्थकों ने आतंकवाद तथा भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रधानमंत्री के प्रयासों को सही माना है. इनकी संख्या 56-56 प्रतिशत रही.
खुद को कांग्रेस का समर्थक बताने वाले 10 में से करीब छह लोगों ने शौचालयों, बेरोजगारी, गरीबों की मदद और महंगाई से निपटने के मोदी के तरीके को मंजूर किया है. प्यू की रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘सर्वेक्षण के विषय में केवल सांप्रदायिक तनाव वह विषय रहा जिस पर कांग्रेस के आधे से भी कम समर्थकों :47 प्रतिशत: ने मोदी के प्रयासों को सही दिशा में माना.’’ सर्वेक्षण के मुताबिक मोदी शहरी और ग्रामीण दोनों ही इलाकों में कांग्रेस के नेता माने जाने वाले राहुल गांधी से अधिक लोकप्रिय हैं.