सेना में महिलाओं के लिए भी कम नहीं हैं मौके
आज के दौर में महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी काबिलियित का लोहा मनवा रही हैं. कोई भी कार्यक्षेत्र हो, हर जगह महिलाओं ने अपनी प्रतिभा को साबित किया है, फिर वह सशस्त्र बल ही क्यों न हो. भारतीय सेना में महिलाओं के लिए ऑफिसर पदों सहित कई अवसर मौजूद हैं. सेना में कैरियर बनाने का […]
आज के दौर में महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी काबिलियित का लोहा मनवा रही हैं. कोई भी कार्यक्षेत्र हो, हर जगह महिलाओं ने अपनी प्रतिभा को साबित किया है, फिर वह सशस्त्र बल ही क्यों न हो. भारतीय सेना में महिलाओं के लिए ऑफिसर पदों सहित कई अवसर मौजूद हैं. सेना में कैरियर बनाने का सपना देखनेवाली युवतियां अगर इसके बारे में जानकारी लेकर सही दिशा में प्रयास करें, तो एक अच्छे कैरियर की सीढ़ियां आसानी से चढ़ सकती हैं.
अब यह बीते जमाने की बात हो गयी हैं कि भारतीय सेना में सिर्फ पुरुष ही जा सकते हैं. सेना में कई ऐसे विभाग हैं, जहां महिलाओं के लिए भी मौके हैं. अाज सेना के तीनों अंगों में तीन हजार से अधिक महिलाएं हैं. पिछले दिनों पंजाब के मोहाली में महिलाओं को विशेष प्रशिक्षण देने के लिए शुरू हुए माइ भागो आर्म्ड फोर्सेस प्रीपेरेटरी इंस्टीट्यूट के उद्घाटन के दौरान रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि सशस्त्र बलों में सिर्फ 3298 महिलाएं हैं, लेकिन हम इसे कई गुना बढ़ाएंगे. इस वर्ष 26 जनवरी को सेना में महिला सशक्तीकरण की वह तसवीर पेश की गयी थी, जो हाल के वर्षों में बनी है. 66वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर पहली बार सेना के तीनों अंगों- थल सेना, नौसेना और वायु सेना- का प्रतिनिधित्व करनेवाली महिला अधिकारियों के मार्चिंग दस्ते ने परेड का नेतृत्व किया.
ऐसा इसलिए हो पाया, क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में भारतीय सशस्त्र बलों में महिला सैनिकों की संख्या बढ़ी है. सेना में महिलाओं के लिए कैरियर पर बात करते हुए यह जिक्र स्वाभाविक है कि भारतीय सैन्य बलों में महिलाओं के लिए दरवाजे कब खुले. भारतीय सेना में महिलाओं की भरती ब्रिटिश शासन के दौरान 1927 में शुरू हुई थी, लेकिन सिर्फ चिकित्सा और प्रशासनिक विभागों तक सीमित था. वर्ष 1992 में महिलाओं के लिए शॉर्ट सर्विस कमीशन की राह खुली. 2008 में महिला अधिकारियों को स्थायी कमीशन दिया गया. आइए, जानते हैं कि सेना के वे काैन से विभाग हैं, जहां महिलाओं के लिए कैरियर बनाने के मौके हैं.
थल सेना
थलसेना में भरती के लिए संघ लोक सेवा आयोग वर्ष में दो बार कम्बाइंड डिफेंस सविर्सेस एग्जामिनेशन (सीडीएसइ) परीक्षा का आयोजन करता है. इससे इंडियन मिलिट्री एकेडमी (आइएमए), ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (आेटीए), इंडियन नेवल एकेडमी (आइएनए) और इंडियन एयरफोर्स एकेडमी (एएफए) में भरती होती है. हालांकि महिलाओं को सिर्फ ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (आेटीए) में प्रवेश मिलता है.
महिलाएं पा सकती हैं प्रवेश : एसएससी- नॉट टेक्निकल इंट्री : 19 से 25 वर्ष की आयु सीमा तथा किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री रखने वाली अविवाहित युवतियां इसके लिए आवेदन कर सकती हैं.
एसएससी- टेक्निकल इंट्री : नोटिफाइ स्ट्रीम में बीइ/बीटेक की डिग्री रखनेवाली 19 से 25 वर्ष की आयु सीमा की अभ्यर्थियों को इसमें प्रवेश मिलता है.
एसएससी (एनसीसी स्पेशल एंट्री) : 19 से 25 वर्ष आयु वर्ग की 50 फीसदी अंकों से स्नातक एनसीसी कैडेट महिलाएं एनसीसी स्पेशल इंट्री एग्जाम दे सकती हैं.
एसएससी (जेएजी एंट्री) : इसके माध्यम से सिर्फ लॉ में ग्रेजुएट महिलाओं को सेना में प्रवेश मिलता है. इसके लिए एलएलबी/एलएलएम की 55 प्रतिशत अंकों की डिग्री के साथ बार काउंसिल ऑफ इंडिया में पंजीकृत 21 से 27 वर्ष अायु वर्ग की महिला उम्मीदवार ही आवेदन कर सकती हैं.
सेना चिकित्सा कोर : महिलाएं एमबीबीएस की डिग्री पूरी करने के बाद डॉक्टर के रूप में भी सेना में शामिल हो सकती हैं. आप एएफएमसी से एमबीबीएस कर सकती हैं और आपको सेना में कमीशन मिल सकता है. महिलाएं एसएसबी के माध्यम से सेना चिकित्सा कोर में प्रवेश पा सकती हैं.
वायु सेना
एयरफोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट (एएफकैट) एक लिखित परीक्षा है, जिसका आयोजन भारतीय वायुसेना वर्ष में दो बार करती है. इसके माध्यम से भारतीय वायुसेना में अधिकारियों की भरती की जाती है. इसमें लिखित परीक्षा के बाद एयरफोर्स सलेक्शन बोर्ड शॉर्टलिस्ट किये गये उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए बुलाता है.
महिलाएं भी कर सकती हैं आवेदन : एयर फोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट (एएफकैट) के माध्यम से महिलाओं के लिए एयरफोर्स में प्रवेश संभव है. ऐसी महिला स्नातक उम्मीदवार, जिन्होंने 10+2 फिजिक्स और मैथ्स के साथ किया है, इस परीक्षा के लिए आवेदन कर सकती हैं. एएफकैट के माध्यम से पा सकते हैं प्रवेश- फ्लाइंग ब्रांच, टेक्निकल ब्रांच- एयरोनॉटिकल इंजीनियर (मेकेनिकल), एयरोनॉटिकल इंजीनियर (इलेक्ट्रिकल), ग्राउंड ड्यूटी ब्रांचेस – एडमिनिस्ट्रेशन एंड लॉजिस्टिक्स, एजुकेशन, एकाउंट्स. एयरफोर्स के मौसम विज्ञान शाखा में एएफकैट परीक्षा की बजाय एयरफोर्स सलेक्शन बोर्ड एसएसबी के माध्यम से साक्षात्कार के लिए बुलाता है.
नौसेना
महिलाएं नौसेना की शिक्षा शाखा और कार्यकारी शाखा में शार्ट सर्विस कमीशन के अधिकारियों के रूप में शामिल हो रही हैं. (हाल ही में दिल्ली हाईकोर्ट ने स्थायी कमीशन दिलाने का अनुरोध करने वाली याचिकाओं पर सुनवाई करने हुए भारतीय नौसेना में महिलाओं को स्थायी कमीशन देने को मंजूरी दे दी है.) वर्तमान में नौसेना की विभिन्न शाखाओं में शॉर्ट सर्विस कमीशन के तहत ऑफिसर के पद पर महिलाओं की भरती की जाती है- एटीसी, ऑब्जर्वर, लॉ, लॉजिस्टिक्स, एजुकेशन, नेवल आर्किटेक्चर.