नायडू ने भूमि विधेयक की आलोचना के लिए कांग्रेस पर साधा निशाना
हैदराबाद : भूमि विधेयक मुद्दे पर राजग सरकार की आलोचना के लिए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने आज कहा कि विपक्षी पार्टी को ‘कुछ भी आलोचना करने से पहले’ सोचना चाहिए कि जब वह सत्ता में थी तो उसने क्या किया.संसदीय मामलों के मंत्री ने कहा कि कांग्रेस भले […]
हैदराबाद : भूमि विधेयक मुद्दे पर राजग सरकार की आलोचना के लिए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने आज कहा कि विपक्षी पार्टी को ‘कुछ भी आलोचना करने से पहले’ सोचना चाहिए कि जब वह सत्ता में थी तो उसने क्या किया.संसदीय मामलों के मंत्री ने कहा कि कांग्रेस भले सोच रही हो कि उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रोक लिया लेकिन विपक्षी पार्टी भूमि विधेयक पर अपने रुख से असल में देश की प्रगति को बाधित कर रही है.
भूमि अध्यादेश मुद्दे पर अपनी ‘जीत’ के लिए कांग्रेस की रैली करने की योजना की आलोचना करते हुए उन्होंने पूछा कि क्या विपक्षी पार्टी लोकसभा में 44 सीटों तक सिमट जाने के उपलक्ष्य में ऐसा कर रही है.
एक कार्यक्रम के इतर नायडू ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह हास्यास्पद है कि सेज और रियल एस्टेट कारोबारियों के लिए किसानों को पर्याप्त मुआवजा दिए बिना जबरन लाखों एकड भूमि लूटने वाले पूर्व शासक अब मोदी सरकार की आलोचना कर रहे हैं.
उन्होंने यह भी घोषणा की है कि वे दिल्ली में कल प्रदर्शन करेंगे.’ उन्होंने कहा, ‘‘कुछ भी आलोचना करने से पहले बेहतर होगा कि कांग्रेस नेता इस बारे में सोचें कि अपने शासन काल में उन्होंने क्या किया.’
नायडू ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की पूर्व सरकारों ने हरियाणा, कर्नाटक, महाराष्ट्र और अखंड आंध्रप्रदेश जैसे राज्यों में किसानों की लाखों एकड जमीन सेज और रियल एस्टेट कारोबारियों को थमा दी.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस क्या इसका जवाब देगी? केवल हरियाणा में 79,000 एकड जमीन दी गयी. इसी तरह कर्नाटक, महाराष्ट्र और अखंड आंध्रप्रदेश में जमीन दी गयी.
नायडू ने पूछा, ‘‘वे (कांग्रेस) जीत का दावा करते हैं. वे 440 से 44 सीट पर सिमट कर रह गए हैं, क्या यही जीत है? आप उसके लिए रैली कर रहे हैं.’ उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने राज्य सरकार से परामर्श के बाद भूमि अधिग्रहण कानून में बदलाव किया. साथ ही दावा किया कि कांग्रेस ने भी संशोधनों का समर्थन किया था.
केंद्र ने भूमि अध्यादेश को फिर से लागू नहीं किया और विधेयक पर संसद की संयुक्त समिति द्वारा रिपोर्ट सौंपे जाने तक इंतजार करने का फैसला किया.
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व से 87% लोग खुश हैं, इस संबंध में एक सर्वेक्षण का हवाला देते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि वे सोचते हैं उन्होंने मोदी को रोक दिया लेकिन असल में वे देश की प्रगति को रोक रहे हैं. कांग्रेस पर हमला करते हुए नायडू ने कहा कि पार्टी को पहले स्पष्ट करना चाहिए कि उसने ब्रिटिश काल में बने कानून के तहत जमीन का अधिग्रहण क्यों किया और चार गुना मुआवजा क्यों नहीं दिया.
बहरहाल, राज्य को विशेष दर्जे के मुद्दे पर आंध्रप्रदेश के कांग्रेस के कुछ नेताओं द्वारा आलोचना किये जाने पर नायडू ने पूछा कि संप्रग सरकार ने आंध्रप्रदेश पुनर्गठन कानून में विशेष दर्जे का पहलू क्यों नहीं जोडा.
बच्चों के संपूर्ण व्यक्तित्व विकास के लिए खेल के महत्व का उल्लेख करते हुए नायडू ने स्कूलों की श्रृंखला विद्या भारती के दक्षिण भारतीय खेल सम्मेलन में कहा कि कबड्डी खेल में अपनी दिलचस्पी के कारण ही वह आरएसएस में गए.
उन्होंने कहा, ‘‘आज मैं आपको एक सच बताउंगा. कबड्डी महज खेल नहीं है इसने मेरी जिंदगी बदल दी. मुझे आंध्रप्रदेश में अपने पैतृक स्थान नेल्लौर में बताया गया था कि कबड्डी एक खास जगह खेली जाती है. मैं वहां गया. वे लोग वहां कबड्डी खेल रहे थे. मैं वहां खडा हो गया और एक व्यक्ति ने मुझसे पूछा क्या कबड्डी में तुम्हारी दिलचस्पी है.’ नायडू ने कहा, ‘‘मुझे खेलने को कहा गया. मुझे लगा था कि कुछ सदस्यता वगैरह होगी. कुछ भी नहीं थी. मैंने खेला और मुझे अहसास हुआ कि मैं अपनी जिंदगी के भविष्य के लिए खेल रहा हूं. कबड्डी के नाम पर मैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा में गया. मैं शाखा से प्रभावित हुआ और मेरी जिंदगी की दिशा बदल गयी. मैं देश में इस स्तर पर आया यह आरएसएस शाखा में मेरे भविष्य के लिए बुनियादी आधार की वजह से हो पाया.’ उन्होंने सिनेमा और कारोबार की कुछ शख्सियतों की ओर से कबड्डी को बढावा दिए जाने की सराहना की.