नयी दिल्ली : नरेंद्र मोदी सरकार को ‘किसान विरोधी’ बताने पर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए भाजपा ने आज सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा से जुडे हरियाणा और राजस्थान के कथित जमीन सौदों पर सवाल उठाया और पूछा कि क्या ये सौदे किसानों के हित में थे.
केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की ‘टेक इन इंडिया’ वाली टिप्पणी पर भी निशाना साधा जिसमें राहुल ने कहा था कि प्रधानमंत्री की ‘मेक इन इंडिया’ योजना में गरीबों और किसानों के लिए कोई जगह नहीं है.
उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी हल्की बात करने में माहिर हैं. वह कहते हैं कि यह ‘मेक इन इंडिया’ नहीं ‘टेक इन इंडिया’ है. राहुल जी, ‘टेक इन इंडिया’ ज्यादातर आपके शासनकाल में हुआ. 2जी में, राष्ट्रमंडल खेलों में, कोयला घोटाले में यह हुआ. बिना लिये कोई फैसला नहीं किया गया, इसलिए आपको टेक इन इंडिया याद रहता है.’ कांग्रेस ने मोदी सरकार के भूमि अध्यादेश को फिर से लागू नहीं करने के फैसले को अपनी पार्टी और किसानों की जीत के तौर पर दिखाने के लिए आज रामलीला मैदान में किसान रैली आयोजित की थी, जिसके कुछ घंटे बाद भाजपा ने संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया.
कांग्रेस ने आज आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री पर किसानों से मिलने और उनकी बातें सुनने के लिए समय नहीं है. प्रसाद ने संशोधित भूमि अधिग्रहण विधेयक का बचाव करते हुए दावा किया कि कांग्रेस शासित राज्यों के अनेक मुख्यमंत्रियों ने अधिनियम में संशोधनों का समर्थन किया था और बिना संशोधनों के विकास कठिन है.
मंत्री ने कहा कि नीति आयोग ने सुझाव दिया है कि राज्यों को जमीन कानून बनाने में आजादी दी जानी चाहिए और केंद्र इस विषय पर विचार कर रहा है. प्रसाद ने दावा किया कि वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने भी विकास के लिए जमीन अधिग्रहण अधिनियम में बदलावों का समर्थन किया था.
नये जमीन विधेयक और अध्यादेश पर कांग्रेस के हमलों की हवा निकालने की कोशिश करते हुए प्रसाद ने कहा कि क्या ‘विकास के वाड्रा मॉडल में किसानों का सम्मान हुआ था जहां सस्ती दरों पर जमीन खरीदी गयी और उंचे दामों पर बेची गयी. ‘ उन्होंने कांग्रेस के 10 साल के शासनकाल में हरियाणा में 37 विशेष आर्थिक क्षेत्रों के लिए अधिग्रहीत जमीन के बारे में पूछते हुए कहा, ‘‘अभी तक केवल छह में काम शुरु हुआ है. बाकी का क्या हुआ. जमीन कहां है.’ नरेंद्र मोदी सरकार को ‘सूट बूट’ की सरकार बताने के राहुल के बयान पर प्रसाद ने कहा कि मौजूदा सरकार ‘सूझ बूझ’ की सरकार है.