एनआरएचएम मामले में जरुरत के आधार पर सीबीआई कदम बढाएगी: सीबीआई निदेशक
नयी दिल्ली: बसपा प्रमुख मायावती के इस आरोप के बीच कि उन्हें परेशान करने के लिए केंद्र सीबीआई का ‘‘दुरुपयोग” कर रहा है ,एजेंसी के निदेशक अनिल सिन्हा ने कहा है कि एनआरएचएम घोटाले की जांच में जरुरत के हिसाब से कदम बढाया जाएगा. मीडिया के साथ एक दुर्लभ बातचीत में सिन्हा ने इस बाबत […]
नयी दिल्ली: बसपा प्रमुख मायावती के इस आरोप के बीच कि उन्हें परेशान करने के लिए केंद्र सीबीआई का ‘‘दुरुपयोग” कर रहा है ,एजेंसी के निदेशक अनिल सिन्हा ने कहा है कि एनआरएचएम घोटाले की जांच में जरुरत के हिसाब से कदम बढाया जाएगा.
मीडिया के साथ एक दुर्लभ बातचीत में सिन्हा ने इस बाबत कोई ब्योरा देने से इनकार कर दिया कि राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन घोटाले में 48 आरोपपत्र दाखिल करने के बाद बसपा प्रमुख से पूछताछ की क्या जरुरत थी.
उन्होंने कहा, ‘‘एजेंसी जांच की मांग के हिसाब से कदम बढाएगी.” सीबीआई ने एनआरएचएम घोटाले से जुडे दो विशिष्ट मुद्दों – स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के विभाजन और जिला परियोजना अधिकारियों की नियुक्ति पर पूछताछ करने के लिए कल मायावती को बुलाया था.
सीबीआई सूत्रों ने दावा किया कि यह कदम मामले में वृहत्तर षडयंत्र को उजागर करने की एक कोशिश था.उधर, इस घटनाक्रम पर तीखी प्रतिक्रिया करते हुए मायावती ने अपने खिलाफ सीबीआई जांच के समय पर आज सवाल किया और कहा कि यह कदम उनकी पार्टी का ‘‘मनोबल गिराने” और लोगों से किए वादे पूरे करने में सरकार की ‘‘नाकामी” की तरफ से लोगों का ध्यान बंटाने की एक कोशिश है.
मायावती ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) घोटाले से मेरा कोई रिश्ता नहीं है. भाजपा सीबीआई का इस्तेमाल करने की कोशिश कर रही है. उसे इस तरह के तरीके छोड देने चाहिए क्योंकि ऐसे प्रयास पहले भी उन्हें महंगे पड चुके हैं.” उन्होंने यह भी कहा कि एजेंसी का यह फैसला कुछ ‘‘जातिवादी अधिकारियों” का किया कराया हो सकता है जो दलितों और पिछडों को हेय दृष्टि से देखते हैं.बसपा प्रमुख ने कहा, ‘‘यह संभव है कि भाजपा के आलाकमान को इन अधिकारियों के कदम की जानकारी नहीं हो…इसकी जांच करनी होगी.”