फोर्टिस के शिविंदर सिंह ने छोड़े सभी पद, राधा स्वामी सत्संग से जुडेंगे
नयी दिल्ली : देश की एक बड़ी हेल्थकेयर कंपनी फोर्टिस हेल्थकेयर के कार्यकारी वाइस-चेयरमैन शिविंदर मोहन सिंह अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं. वह आध्यात्मिक व धार्मिक संगठन, राधा स्वामी सत्संग ब्यास से जुड़ेंगे, जिसका मुख्यालय अमृतसर के नजदीक है. कंपनी ने एक बयान में यह जानकारी दी है. इसके अनुसार फोर्टिस के सह […]
नयी दिल्ली : देश की एक बड़ी हेल्थकेयर कंपनी फोर्टिस हेल्थकेयर के कार्यकारी वाइस-चेयरमैन शिविंदर मोहन सिंह अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं. वह आध्यात्मिक व धार्मिक संगठन, राधा स्वामी सत्संग ब्यास से जुड़ेंगे, जिसका मुख्यालय अमृतसर के नजदीक है. कंपनी ने एक बयान में यह जानकारी दी है. इसके अनुसार फोर्टिस के सह संस्थापक सिंह (40) अगले साल यानी एक जनवरी 2016 से गैर कार्यकारी वाइस चेयरमैन बन जाएंगे. सिंह ने कहा है, ‘मैंने फोर्टिस की स्थापना और इसके परिचालन में दो दशक बिताया है और जीवन को बचाने व इसे बेहतर बनाने का लक्ष्य मेरे जीवन का अभिन्न अंग रहा है. इसने मुझे ज्यादा प्रत्यक्ष रूप से सेवा करने और जो मुझे भरपूर मिला उसका कुछ हिस्सा समाज को देने के लिए प्रेरित किया.’
सिंह के अनुसार उन्होंने राधा स्वामी डेरा ब्यास में सेवा प्रदान करने का मौका देने का आग्रह किया था. उन्होंने कहा ‘मैं खुशनसीब हूं कि इसे स्वीकार कर लिया गया है. मैं फोर्टिस की कार्यकारी जिम्मेदारियां छोडने के बाद ब्यास के डेरे पर चला जाउंगा.’ फोर्टिस के कार्यकारी चेयरमैन मालविंदर सिंह ने अपने छोटे भाई के फैसले का समर्थन करते हुए कहा ‘ऐसा हमेशा नहीं होता कि कोई समाज की सेवा के प्रति अपने आपको प्रतिबद्ध पाता है और मुझे खुशी है कि शिविंदर जीवन के इस चरण में यह फैसला ले रहे हैं.’
मालविंदर ने कहा कि प्रमुख स्वास्थ्य कंपनी के तौर पर फोर्टिस की स्थापना और विकास में शिविंदर का व्यापक योगदान रहा. उल्लेखनीय है कि मालविंदर व शिविंदर ने 1990 के दशक में फोर्टिस हेल्थकेयर की स्थापना की. दोनों भाइयों ने रैनबेक्सी में अपनी हिस्सेदारी 2008 में जापानी दवा कंपनी दाइची सांक्यो को बेच दी. सिंह रेलीगेयर इंटरप्राइजेज लिमिटेड, सुपर रेलीगेयर लेबोरेटरीज व रेलीगेयर टेक्नालाजीज के प्रधान प्रवर्तकों में से एक हैं. सिंह ने डयूक यूनिवर्सिटी बिजनेस स्कूल अमेरिका से एमबीए किया. वह दून स्कूल व स्टीफंस कालेज के छात्र रहे हैं.