नयी दिल्ली :कांग्रेस ने आज राजस्थान में खानों के आवंटन में 45 हजार करोड रुपये के घोटले का आरोप लगाया और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के तत्काल इस्तीफे और मामले की उच्चतम न्यायालय की निगरानी में सीबीआई से जांच कराने की मांग की. पार्टी ने केंद्र की नीतियों का कथित रूप से उल्लंघन करते हुए तकरीबन 653 खदानों के आवंटन के लिए वसुंधरा राजे को दोषी ठहराया और इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाया जबकि उन्होंने ऐलान किया था कि न खाउंगा और न खाने दूंगा.
कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट और विधायक दल के नेता रामेश्वर डुडी तथा कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि कथित घोटाले में शक की सुई मुख्यमंत्री के दरवाजे तक जाती है, यद्यपि मामले में सिर्फ एक शीर्ष अधिकारी की गिरफ्तारी हुई है. पायलट और डुडी ने कहा कि प्रधान सचिव (खान)अशोक सिंघवी की गिरफ्तारी महत्वपूर्ण है, इस तथ्य के मद्देनजर कि वह वसुधरा राजे के पिछले कार्यकाल के दौरान भी उसी पद पर काबिज थे.
इन नेताओं ने राजे पर राजस्थान में खानों के आवंटन में पारदर्शी प्रक्रिया अपनाये बगैर और निलामी न कर ‘‘पहले आओ पहले पाओं’ के आधार पर 653 खानें आवंटित कर राज्य के खजाने को 45000 करोड रुपये का नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि केंद्र ने राज्य सरकार से कहा था कि जब तक इस संबंध में नीति नहीं बन जाती, आवंटन न किया जाये इसके बावजूद ऐसा किया गया