देश भर में मना कुर्बानी का पर्व बकरीद

नयी दिल्ली: देश भर में लाखों की संख्या में मुसलमानों ने आज मस्जिद और ईदगाह पहुंच कर ईद-उल-अजहा :बकरीद: के अवसर पर नमाज पढा। लखनउ में त्योहार के भाई-चारे को बढावा देने के लिए पहली बार शिया और सुन्नी दोनों ने साथ मिलकर नमाज पढा. दूसरी ओर कश्मीर के कुछ हिस्सों में युवाओं और सुरक्षा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 25, 2015 7:08 PM
नयी दिल्ली: देश भर में लाखों की संख्या में मुसलमानों ने आज मस्जिद और ईदगाह पहुंच कर ईद-उल-अजहा :बकरीद: के अवसर पर नमाज पढा। लखनउ में त्योहार के भाई-चारे को बढावा देने के लिए पहली बार शिया और सुन्नी दोनों ने साथ मिलकर नमाज पढा. दूसरी ओर कश्मीर के कुछ हिस्सों में युवाओं और सुरक्षा बलों के बीच हुई झडपों के कारण त्योहार का रंग कुछ फीका पड गया.
बकरीद के अवसर पर देश भर में बडे पैमाने पर जानवरों की कुर्बानी भी दी गयी.ईद-उल-अजहा का यह त्योहार अल्लाह के लिए इब्राहिम द्वारा अपने बेटे की खुशी-खुशी कुर्बानी दिए जाने की याद में मनाया जाता है. इस अवसर पर बकरों और भेडों सहित अन्य जानवरों की कुर्बानी दी जाती है और उसके गोश्त को पडोसियों, रिश्तेदारों तथा गरीबों में बांटा जाता है.
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के जामा मस्जिद, फतेहपुरी मस्जिद और सीलमपुर, जाफराबाद, सीमापुरी और मुस्तफाबाद के मस्जिदों में तथा अन्य क्षेत्रों में भी ईद की नमाज पढी गयी तथा लोगों ने एक-दूसरे को मुबारकबाद दी.पारंपरिक लिबास पहने लोग अपने दोस्तों, रिश्तेदारों के घर गए और उन्हें त्योहार की मुबारकबाद दी. दिल्ली पुलिस द्वारा किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए किए गए कडे सुरक्षा इंतजाम के बीच आज का त्योहार मना.
लखनउ में आपसी भाई चारे का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए शिया और सुन्नी समुदाय के लोगों ने आज ईद-उल-अजहा के अवसर पर ऐतिहासिक सिबतैनाबाद इमामबाडे में एक साथ नमाज पढी.इससे पूर्व यहां शिया और सुन्नी समुदाय के लोग अलग-अलग नमाज पढते रहे हैं. परम्परा से हट कर आज पहली बार शिया और सुन्नी समुदाय की एक साथ हुई नमाज में प्रतिष्ठित शिया उलमा और आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के उपाध्यक्ष मौलाना कल्बे सादिक भी शामिल थे.

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