चेन्नई : इसरो प्रमुख के राधाकृष्णन ने बताया कि मंगल मिशन के लिए पीएसएलवी सी25 से ‘मार्स ऑर्बिटर मिशन मंगलयान’ के प्रक्षेपण की तैयारियां श्रीहरिकोटा में जोरों पर हैं.
उन्होंने यहां संवाददाताओं को बताया ‘‘प्रक्षेपण की तारीख और समय के बारे में आज की बैठक में फैसला होगा. कल तक हमें प्रक्षेपण की तारीख और समय का पता चल जाएगा.’’ राधाकृष्णन ने बताया कि 19 अगस्त को जीएसएलवी डी5 का प्रक्षेपण किया जाना था लेकिन इसमें ईंधन लीक होने का पता चलने के बाद प्रक्षेपण टाल दिया गया. ‘‘हम दिसंबर में प्रक्षेपण के लिए जीएसएलवी पर काम कर रहे हैं.’’
जीएसएलवी डी5 को 4 बज कर 50 मिनट पर प्रक्षेपित किया जाना था लेकिन ईंधन रिसाव का पता चलने के बाद अंतिम समय में इसरो ने उलटी गिनती रोक दी थी.
प्रक्षेपण के बाद मार्स ऑर्बिटर मिशन 20 से 25 दिन तक पृथ्वी के चक्कर लगाएगा और फिर नौ माह के लिए लाल ग्रह पर उतर जाएगा.इस मिशन का प्रमुख लक्ष्य ग्रह के आसपास कक्षा में एक उपग्रह भेजने की भारत की प्रौद्योगिकी क्षमता जाहिर करना, जीवन के लक्षण जैसी संभावना का पता लगाने के लिए सार्थक प्रयोग करना, मंगल की तस्वीरें लेना और वहां के वातावरण का अध्ययन करना आदि है.