अहमदाबाद : गुजरात हाईकोर्ट ने रैली के दौरान हार्दिक पटेल के भाषण की जांच करने के आदेश दिए हैं. कोर्ट ने पुलिस को आदेश देते हुए कहा कि वह ‘क्रांति रैली’ के दौरान हार्दिक पटेल के भाषण की जांच करे और अगर पहली नजर में हार्दिक देशद्रोह मामले में दोषी नजर आते हों, तो उनके खिलाफ केस दर्ज किया जाए. आपको बता दें कि हार्दिक पटेल ने 25 अगस्त को अहमदाबाद में ‘क्रांति रैली’ का आयोजन किया था जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी हुई थी. इस रैली के बाद राज्य हिंसा की चपेट में आ गया था.
इधर, गुजरात में पटेल समुदाय के वास्ते अन्य पिछडा वर्ग :ओबीसी: कोटे में आरक्षण के लिए आंदोलन चला रहे हार्दिक पटेल ने मंगलवार को कहा कि समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन पूर्व निर्धारित योजना के तहत जारी रहेगा तथा सौराष्ट्र क्षेत्र में जल्द ही पटेल महिलाओं की एक बडी रैली आयोजित की जाएगी. हार्दिक ने उच्च न्यायालय में सुनवायी के बाद मीडिया से बात करते हुए गुजरात सरकार पर दबाव बनाने के लिए राज्य के विभिन्न हिस्सों में कई अन्य कार्यक्रम करने की घोषणा की.
पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के संयोजक हार्दिक ने कहा, ‘‘एक अक्तूबर को हम उमेश पटेल की मौत पर संवेदना जताने के लिए राजकोट में एक कार्यक्रम करेंगे जिसने आत्महत्या कर ली थी . उसके बाद हमने चार अक्तूबर को साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर में हमारे समुदाय की एक बडी सभा आयोजित की है.’ उमेश पटेल ने कथित तौर पर शनिवार को आत्महत्या कर ली थी और अपने सुसाइड नोट में कहा था कि वह यह कदम आरक्षण के लिए मांग के समर्थन में उठा रहा है. मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि पुलिस आत्महत्या के वास्तविक कारण का पता लगाने के लिए जांच कर रही है.
हार्दिक ने मुख्यमंत्री की टिप्पणी का उल्लेख करते हुए आरोप लगाया कि सरकार उचित जांच नहीं कर रही है.उन्होंने कहा, ‘‘यद्यपि सुसाइड नोट उपलब्ध है, सरकार इसके बावजूद कारणों का पता लगाने के लिए जांच की बात कर रही है. वह गोलीबारी और पुलिस अत्याचार (25 अगस्त को पटेलों की रैली के बाद) की मुख्य जांच को लेकर गंभीर नहीं है. हमारा आंदोलन पूर्व के कार्यक्रम के तहत जारी रहेगा.’ उन्होंने कहा कि सौराष्ट्र क्षेत्र में पटेल महिलाओं की होने वाली रैली 25 अगस्त को अहमदाबाद में आयोजित रैली जितनी बडी होगी. हार्दिक के नजदीकी सहयोगी दिनेश पटेल ने कहा, ‘‘हमने अभी तक इस रैली के लिए स्थान और तिथि का निर्णय नहीं किया है. हम इसे हिम्मतनगर में अपनी रैली के बाद तय करेंगे, जहां कम से कम दो लाख पटेलों के हिस्सा लेने की उम्मीद है.’