नयी दिल्ली : फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात का कुछ लोग विरोध कर रहे हैं. इन लोगों के विरोध करने के तरीके ने सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लिया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार एक एक्टिविस्ट ग्रुप ने जकरबर्ग को मोदी से मुलाकात के बाद हाथ धोने की सलाह दी है जिसके लिए उसने 250 बोतल सैनेटाइजर भेजा है. इंटरनेट पर इस एक्टिविस्ट ग्रुप ने ‘जक, वॉश योर हैंड्स’ नाम से कैंपेन भी चलाया.
इस ग्रुप ने जकरबर्ग को संबोधित करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी के हाथ खून से रंगे हैं. आपके हाथों पर भी इसका प्रभाव पड़ा होगा. इसलिए सैनेटाइजर से अच्छी तरह हाथ धोकर खून साफ कर लें. इस बात का उल्लेख करके ग्रुप ने पूरे विश्व का ध्यान 2002 में गुजरात दंगों की ओर खींच लिया है.
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिलिकॉन वैली स्थित फेसबुक हेडक्वार्टर में मार्क जकरबर्ग से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के दौरान मोदी ने कई प्रश्नों के उत्तर दिए लेकिन मां के ऊपर किए गए एक प्रश्न वे भावुक हो गए थे. मोदी और जकरबर्ग की इस मुलाकात का विरोध कर रहे लोगों का आरोप है कि मोदी 2002 में हुए गुजरात दंगों के दोषी हैं.
विरोधियों ने कहा है कि दंगे में करीब 2000 मुस्लिम मारे गए थे और मोदी के हाथ खून से रंगे हुए हैं. विरोधियों के इस ग्रुप ने जकरबर्ग को सैनेटाइजर की 250 बोतलें भेजी हैं. इन बोतलों में दंगा पीड़ित का नाम लिखा है. इस ग्रुप ने अपनी ऑनलाइन वेबसाइट पर एक संदेश लिखा है. उन्होंने इस संदेश में लोगों से अपील की है कि वे उनकी ओर से जकरबर्ग को सैनेटाइजर भेजकर अपना विरोध दर्ज कराएं.
इसके पहले मोदी का एक वीडियो वायरल हो चुका है जिसमें वे जकरबर्ग को हाथ से हटाते हुए नजर आ रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अमेरिका यात्रा के दौरान यह वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया है जिसमें उनका मीडिया प्रेम साफ तौर पर दिख रहा है. इस वीडियो में दिख रहा है कि जब नरेंद्र मोदी फेसबुक के कार्यालय के बोर्ड पर अपना संदेश लिखकर मीडिया के सामने आए तो मोदी और मीडिया के बीच फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग आ गए. नरेंद्र मोदी ने मार्क जुकरबर्ग को हाथ पकड़कर मीडिया के सामने से हटाया. इस घटना के बाद मार्क जुकरबर्ग काफी असहज दिखे.