एकता के बिना देश प्रगति नहीं कर सकता : हामिद अंसारी

हरदोई: उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने आज कहा कि यदि कौमी एकता पर सम्मेलन करने की नौबत आये तो इसका मतलब है कि एकता में कुछ ना कुछ कमी है. अंसारी ने सपा के राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल के 65वें जन्मदिवस पर आयोजित कौमी एकता सम्मेलन में कहा, ‘‘कौमी एकता दो शब्द हैं. चाहे दक्षिण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 1, 2015 8:54 PM

हरदोई: उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने आज कहा कि यदि कौमी एकता पर सम्मेलन करने की नौबत आये तो इसका मतलब है कि एकता में कुछ ना कुछ कमी है.

अंसारी ने सपा के राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल के 65वें जन्मदिवस पर आयोजित कौमी एकता सम्मेलन में कहा, ‘‘कौमी एकता दो शब्द हैं. चाहे दक्षिण हो या उत्तर, पूरा भारत एक समुदाय है और एकता आवश्यक है, जिसके बारे में सदियों से हमारे पूर्वज कहते आये हैं.’ उन्होंने कहा कि लेकिन अगर कौमी एकता पर सम्मेलन करने की नौबत आये तो इसका मतलब है कि कहीं कुछ कमी है.
अंसारी ने कहा, ‘‘ये बात बार बार दोहराने की जरुरत है कि देश के लिए एकता जरुरी है. इसके बिना देश प्रगति नहीं कर सकता. लोग पूछते हैं कि एकता के लिए क्या चाहिए…दरअसल बात ये है कि दिल मिलते हैं या नहीं…यदि दिल नहीं मिलते तो विचार नहीं मिलेंगे और लोग आगे साथ मिलकर नहीं बढ सकते हैं.’ उन्होंने कहा कि इसी वजह से जब हम कहते हैं कि यदि हमें विकास चाहिए, यदि हमें दुनिया में अपनी जगह बनानी है तो सबसे अहम बात ये है कि एकता को मजबूत किया जाए.
इस मौके पर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि समाज में एकता आवश्यक है और तभी देश प्रगति कर सकता है.
उन्होंने कहा कि विश्व धर्म सम्मेलन में जब सभी वक्ताओं ने देवियों और सज्जनों कहकर संबोधित किया तो स्वामी विवेकानंद ने भाइयों और बहनों कहकर संबोधन किया. इसका पूरी दुनिया पर असर हुआ.हम ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की बात करते हैं.
इस मौके पर अग्रवाल के भाषणों पर आधारित एक पुस्तक का विमोचन भी किया गया

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