मुम्बई: महाराष्ट्र सरकार ने शनिवार को कहा कि पूर्व मीडिया उद्यमी इंद्राणी मुखर्जी के अत्यधिक मात्रा में दवा सेवन करने की जांच आईजी (जेल) एक हफ्ते में पूरी करेंगे और अगर अपराध पाया जाता है तो मामला दर्ज होगा. इंद्राणी पर अपनी बेटी शीना बोरा की कथित तौर पर हत्या करने के आरोप हैं. इंद्राणी जे. जे. अस्पताल में गंभीर अवस्था में भर्ती है जहां उन्हें अत्यधिक मात्रा में दवा का सेवन करने के बाद अचेतावस्था में बायकुला जेल से ले जाया गया था. सरकार ने शुक्रवार रात आईजी (जेल) बिपिन कुमार सिंह से कहा कि अत्यधिक मात्रा में दवा के सेवन के संदिग्ध मामले की जांच करें.
शनिवार को जारी इंद्राणी के मेडिकल बुलेटिन के अनुसार उसकी हालत बेहत खराब है और अगले 48 घंटे बेहद अहम हैं. डॉक्टर्स ने बताया की उन्हें ठीक हो जाने पर भी 3 दिन तक हॉस्पिटल में ही रखा जसएगा ताकि उनकी देखभाल ठीक से हो सके.
प्रधान गृह सचिव (जेल) विजय सतबीर सिंह ने कहा कि जांच में सभी पहलुओं से गौर किया जाएगा जिसमें यह भी शामिल होगा कि दवा या जो अन्य पदार्थ उन्होंने खाया क्या उसके लिए चिकित्सकों ने सलाह दी थी और क्या यह अत्यधिक मात्रा में दवा का सेवन था और यह कैसे हुआ.उन्होंने कहा कि जांच से यह भी पता चलेगा कि क्या लापरवाही हुई या कोई साजिश है. उन्होंने कहा कि पूरी प्रक्रिया एक हफ्ते के अंदर पूरी होगी.विजय सिंह ने कहा कि इंद्राणी के पेट की सफाई की रिपोर्ट निगेटिव थी जबकि उसके खून और मूत्र के नमूने कलीना फोरेंसिक लैबोरेटरी में जांच के लिए भेजे गये हैं जिसकी रिपोर्ट कल मिलने की उम्मीद है.
उन्होंने कहा कि 43 वर्षीय इंद्राणी को अवसाद रोधी मिरात्ज और सोने के लिए टैबलेट इतिजोलान दिया गया था. उन्होंने कहा, ‘‘उसके होश में आने के बाद जो वह बयान देगी उससे पता चलेगा कि वह कैसे बेहोश हुई और क्या यह दवा का अत्यधिक मात्रा में सेवन करना था. अगर अपराध पाया जाता है तो दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा.’ इंद्राणी न्यायिक हिरासत में हैं और वह बायकुला जेल में बंद हैं. खार थाने ने 25 अगस्त को उन्हें 24 वर्षीय अपनी बेटी की अप्रैल 2012 में हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया था.