दादरी की घटना से देश की छवि हुई खराब : अरुण जेटली

नयी दिल्ली : नोएडा के दादरी में हुईघटना के आठवें दिन आज वित्त मंत्री अरुण जेटली ने निंदा करते हुए कहा कि इस प्रकार की घटना से देश की छवि दुनियाभर में खराब हो रही है. उन्होंने कहा कि ऐसी चीजों से हमें ऊपर उठने की जरूरत है. यह बयान उन्होंने अमेरिका में दिया है […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 6, 2015 11:45 AM

नयी दिल्ली : नोएडा के दादरी में हुईघटना के आठवें दिन आज वित्त मंत्री अरुण जेटली ने निंदा करते हुए कहा कि इस प्रकार की घटना से देश की छवि दुनियाभर में खराब हो रही है. उन्होंने कहा कि ऐसी चीजों से हमें ऊपर उठने की जरूरत है. यह बयान उन्होंने अमेरिका में दिया है जहां वे एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए गए हुए हैं.

वहीं खबर है कि राज्य सरकार की ओर से इस मामले की रिपोर्ट केंद्र को सौंप दी गयी है जिसमें ‘बीफ’ शब्द का उल्लेख नहीं किया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि नेताओं के बयान के बाद दादरी में घटना हुई. राज्य सरकार ने रिपोर्ट में कहा है कि अभी मामले की जांच जारी है अत: अभी तक किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा गया है. सोमवार रात सरकार ने दो पन्नों की रिपोर्ट भेजी है जिसमें उन नेताओं का नाम भी है जो बिसाहड़ा जाकर अखलाक के परिजनों से मिले.

इधर, अरुण जेटली के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उत्तर प्रदेश के शहरी विकास मंत्री आजम खान ने कहा कि मैं इस बयान का स्वागत नहीं कर सकता हूं. यह भाजपा के लोगों का दोहरा चरित्र है. कुछ लोग आग लगाने का काम करते हैं और कुछ लोग इसे बुझाने का काम करते हैं. आजम ने कहा कि भाजपा का दो चेहरा है. सरकार आरएसएस के इशारे पर चल रही है. दादरी की घटना आरएसएस के कहने पर हुयी है.

कांग्रेस प्रवक्ता अखिलेश सिंह ने कहा है कि कांग्रेस का कदम देश की एक के लिए उठता है लेकिन वर्तमान सरकार को इस प्रकार की घटना की चिंता नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस घटना के ऊपर बयान देना चाहिए. अखिर ऐसी घटनाएं देश में क्यों हो रही है? आम आदमी पार्टी के नेता आशुतोष ने भी आज ट्विटर के मध्‍यम से पीएम पर हमला किया है. उन्होंने कहा कि घटना के आठवें दिन भी पीएम खामोश हैं. देश के लोग जानना चाहते हैं कि ऐसी घटनाओं के बारे में पीएम क्या सोचते हैं? क्या वह ऐसी घटनाओं का विरोध करते हैं ?

वहीं दूसरी ओर, गृह मंत्रालय की ओर से एडवाइजरी जारी करके कहा गया है कि कानून व्यवस्था राज्य सरकार के जिम्मे आता है. दादरी जैसी घटना से केंद्र चिंतित है.

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