नयीदिल्ली: ऐसे कम भी मौकेहोते हैं, जबआमघरेलू मुद्दों पर देश के राष्ट्रपतिसीधीटिप्पणी करते हों. राष्ट्रपतिप्रणव मुखर्जी ने दादरी घटना से आठ दिन बाद कहा है कि हम भारत की सभ्यता के मूल मूल्यों को खत्म नहीं कर सकते हैं. भारत की विविधता, सहिष्णुता और बहुलता के मूल मूल्यों को ध्यान में रखा जाना चाहिए. राष्ट्रपति से पहले केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली भी दादरी की घटना पर कड़ी आपत्ति जता चुके हैं.
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज दो टूक शब्दों में कहा है किदेश में सांप्रदायिकतनावपैदा करने वालों कोबर्दाश्त नहीं किया जायेगा. उन्होंने कहा है किदेश का माहौल बिखाड़ने वालों को कतईसहन नहीं किया जायेगा. वहीं,अमेरिकाके दौर पर गयेवित्तमंत्रीअरुण जेटली ने कल कहा था कि इस तरह की घटनाओं से देश कीछवि प्रभावितहोती है. हालांकि प्रधानमंत्री ने इस पर अभी सीधी टिप्पणी नहीं की है, लेकिन नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में उनके बाद राजनाथ व जेटली का नंबर ही आता है, ऐसे में उनकी टिप्पणी इंगित करती है कि केंद्र भी इस पर गंभीर है.
देश के तीन उच्च पदों पर बैठे लोगों से इतर भी कई लोगों ने इस घटना पर अफसोस जताया है. भाजपा के पितृ पुरुष लालकृष्णआडवाणी ने कहा था कि इन दिनों देश में जो कुछ हो रहा है, वह केंद्र सरकार की कमियों का नतीजा है. उन्होंने कहा था कि सरकार को अभी बहुत कुछ करना है. बकौल आडवाणी वे दादरी कांड के बारे में कुछ कहेंगे, तो वह अटल जी को अच्छा नहीं लगेगा. आगरा में एक पुस्तक के लोकर्पण में की गयी उनकी इस टिप्पणी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष माना जा रहा है. भाजपा के राज्यसभा सदस्य तरुण विजय ने भी कहा है कि दादरी कांड से सबका साथ, सबका विकास नारे को ठेंस पहुंचती है.
प्रधानमंत्री कार्यालय को गृहमंत्रालय ने सौंपी रिपोर्ट
केंद्रीय गृहमंत्रालय ने आज प्रधानमंत्री कार्यालय को दादरी कांड के संबंध में रिपोर्ट सौंप दी है और ब्रीफ भी किया है. केंद्रीय गृह सचिवराजीवमहर्षि आज पीएमओ पहुंचे थे, हालांकि उन्होंने इसे रुटीन का काम बताया. उल्लेखनीय है उत्तरप्रदेश सरकार ने कल ही गृह मंत्रालय को दादरी कांड पर रिपोर्ट सौंपी थी. इसमें वहां अशांति भंग होने व हिंसा का ब्योरा दिया गया है. ध्यान रहे कि पिछले सोमवार कोनोएडा के दादरी के बिसहड़ा गांव में मोहम्मद अखलाक नाम के एक 50 वर्षीय शख्स की गौमांस खाने व गौमांस रखने के संदेह में भीड़ ने पीट पीट कर हत्या कर दी थी. उत्तरप्रदेश सरकार ने केंद्र को जो रिपोर्ट भेजी, उसमें गौमांस शब्द नहीं, बलि्क प्रतिबंधित मांस शब्द का प्रयोग किया गया है. साथ ही नेताओं के वहां पहुंचने का भी उल्लेख किया गया है. वहां कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, आप पार्टी प्रमुख व दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, एआइएमआइएम चीफ असुदद्दीन ओवैसी, भाजपा नेता व केंद्रीय मंत्री महेशा शर्मा पहुंचे थे.