मलयाली उपान्यासकार सारा जोसेफ भी लौटायेंगी साहित्य आकादमी
कोट्टायम : मलयाली उपान्यासकार सारा जोसेफ साहित्य आकादमी सम्मान लौटाने का निर्णय किया है. उन्होंने यह निर्णय कथित रूप से देश में बढे सांप्रदायिक तनाव के मद्देनजर लिया है. उनसे पहले भी दो लेखकों ने हाल में साहित्य आकादमी लौटाने का निर्णय लिया है, इनमें एक मशहूर कवि अशोक वाजपेयीवदूसरी पंडितजवाहर लाल नेहरू की भांजीवलेखिकानयनतारा […]
कोट्टायम : मलयाली उपान्यासकार सारा जोसेफ साहित्य आकादमी सम्मान लौटाने का निर्णय किया है. उन्होंने यह निर्णय कथित रूप से देश में बढे सांप्रदायिक तनाव के मद्देनजर लिया है. उनसे पहले भी दो लेखकों ने हाल में साहित्य आकादमी लौटाने का निर्णय लिया है, इनमें एक मशहूर कवि अशोक वाजपेयीवदूसरी पंडितजवाहर लाल नेहरू की भांजीवलेखिकानयनतारा सहगल शामिल हैं.
ऐसा पहली वाकया है जब केरल के किसी लेखक ने सांप्रदायिक तनाव के सवाल पर साहित्य आकादमी सम्मान लौटाने का फैसला किया है. इन लेखकों ने यह निर्णय विरोध जताने के मद्देनजर लिया है.
सारा जोसेफ ने एक स्थानीय मीडिया समूह को बताया है कि देश में बहुत तनावपूर्ण सि्थति बन गयी है, ऐसे में यह एक लेखिका होने के नाते मेरी जिम्मेवारी है कि मैं इस मुद्दे परप्रतिक्रिया करूं.
उन्होंने गौमांस के सवाल पर कहा है कि भोजन चयन के हमारे अधिकार को हमसे दूर किया जा रहा है. हालांकि कुछ साहित्यकारों का कहना है कि वे विरोध जताने के लिए दूसरे तरीके अखि्तयार कर सकती थीं. उधर, कवि के सचिदानंद ने साहित्य आकादमी से इस्तीफा दे दिया है. वे आकादमी की जेनरल काउंसिल व एक्जक्यूटिव बोर्ड के सदस्य हैं.