जेपी की विरासत पर अब भाजपा का ‘दखल’
नयी दिल्ली : बिहार विधानसभा के लिए प्रथम चरण का मतदान 12 अक्टूबर को होने जा रहा है. चुनाव शुरू होने के ठीक एक दिन पहले भाजपा ने लोकतंत्र रक्षा दिवस के तौर लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती मनाने का निर्णय लिया है. केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एम वेकैंया नायडू ने […]
नयी दिल्ली : बिहार विधानसभा के लिए प्रथम चरण का मतदान 12 अक्टूबर को होने जा रहा है. चुनाव शुरू होने के ठीक एक दिन पहले भाजपा ने लोकतंत्र रक्षा दिवस के तौर लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती मनाने का निर्णय लिया है. केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एम वेकैंया नायडू ने शनिवार को कहा कि ग्यारह अक्टूबर को जेपी की जयंती है और भाजपा ने इस दिन को यादगार बनाने के उद्देश्य से इसे लोकतंत्र रक्षा दिवस के तौर पर मनाने का निर्णय लिया है. गौर हो कि कल लोकनायक जयप्रकाश नारायण की 113वीं जयंती है.
केंद्रीय मंत्री वेकैंया नायडू ने कहा कि आपातकाल भारतीय इतिहास में काला दिन के तौर पर जाना जाता है. देश के अगली पीढ़ी को इस बात की जानकारी मिलनी चाहिए कि आपातकाल वास्तव में क्या था, क्यों हुआ, कैसे हुआ और लोग इसमें किस तरह से शामिल हुए. इन सभी बातों का ख्याल रखते हुए भाजपा ने जेपी जयंती को लोकतंत्र रक्षा दिवस के तौर पर मनाने का निर्णय किया है. जानकारी के मुताबिक इस अवसर पर कई जाने माने लोगों को पुरस्कृत किया जायेगा. आपातकाल के समय लोकतंत्र की रक्षा के लिए अभियान चलाने के लिए पुरस्कार पाने वालों की सूची में सोलह लोगों के नाम शामिल हैं. विज्ञान भवन में पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों इन महानुभावों को पुरस्कार दिया जाएगा.
आपको बता दें कि बिहार में चुनाव प्रचार के दौरान एनडीए के प्रमुख नेताओं एवं खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई मंचों से राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव एवं महागंठबंधन के नेता नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि इन दोनों ने जयप्रकाश नारायण एवं लोहिया के सिद्धांतों को दरकिनार करते हुए कांग्रेस के साथ हाथ मिलाया है. महागंठबंधन को स्वार्थबंधन की संज्ञा देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हाल ही में कहा था कि जेपी ने कांग्रेस के खिलाफ लड़ाई थी और आज उसी कांग्रेस के साथ लालू प्रसाद एवं नीतीश कुमार सत्ता की कुर्सी पाने के लिए एक हो गये है.