बिहार चुनाव में फायदे के लिए किया जा रहा है दादरी घटना का इस्तेमाल : शिवसेना
मुंबई : गौमांस खाने की अफवाह पर दादरी में एक व्यक्ति की हत्या की घटना पर उठे तूफान के बीच शिवसेना के एक वरिष्ठ नेता ने आज कहा कि घटना का इस्तेमाल बिहार चुनाव के लिए ‘‘राजनीतिक औजार” के रुप में किया जा रहा है. इसने आरोप लगाया कि राजनीति के लिए धार्मिक भावनाओं से […]
मुंबई : गौमांस खाने की अफवाह पर दादरी में एक व्यक्ति की हत्या की घटना पर उठे तूफान के बीच शिवसेना के एक वरिष्ठ नेता ने आज कहा कि घटना का इस्तेमाल बिहार चुनाव के लिए ‘‘राजनीतिक औजार” के रुप में किया जा रहा है. इसने आरोप लगाया कि राजनीति के लिए धार्मिक भावनाओं से खिलवाड किया जा रहा है. शिवसेना के सांसद संजय राउत ने पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ में अपने साप्ताहिक स्तंभ में लिखा है, ‘‘कुछ ऐसे लोग हैं जो बिहार चुनाव में फायदे के लिए दादरी में हुई एक व्यक्ति की हत्या का इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं.” राउत ‘सामना’ के संपादक हैं. उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे लोग हैं, जो राजनीति के लिए लोगों की धार्मिक भावनाओं से खिलवाड कर रहे हैं. ये लोग सांप्रदायिक सौहार्द खराब करने में विश्वास करते हैं और चुनाव जीतने के लिए दंगे करा रहे हैं.” उनकी टिप्पणी उत्तर प्रदेश में गे्रटर नोएडा के दादरी में 28 सितंबर को गौमांस खाने की अफवाह पर भीड द्वारा मोहम्मद अखलाक की हत्या किए जाने की घटना के मद्देनजर आई है.
उन्होंने कहा कि देश के धर्मनिरपेक्ष ढांचे को कमजोर करने और लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने की कोशिश सफल नहीं होगी. सत्तारुढ गठबंधन के घटक दल के नेता ने कहा कि हालांकि केंद्र ने दादरी घटना पर कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं, लेकिन असल में धार्मिक भवनाओं को भडका कौन रहा है ? राउत ने कहा, ‘‘मुंबई में जैनों के पर्व ‘पर्यूषण’ के दौरान मांस पर प्रतिबंध के आह्वान की कोई आवश्यकता नहीं थी. लेकिन इस तरह की मांग निकाय चुनावों को ध्यान में रख सौहार्द को बिगाडने के लिए की गई.” उल्लेखनीय है कि कुछ भाजपा नेताओं ने ‘पर्यूषण’ के दौरान मांस पर प्रतिबंध की मांग की थी, जबकि शिवसेना ने इसका विरोध किया था.
भारत में अल्पसंख्यकों की स्थिति को लेकर संयुक्त राष्ट्र को पत्र लिखने पर सपा नेता आजम खान की आलोचना करते हुए राउत ने आरोप लगाया कि यह माहौल खराब करने के लिए किया गया. राउत ने कहा, ‘‘लोग राजनीतिक फायदे के लिए सांप्रदायिक तनाव का इस्तेमाल अपनी खुद की कब्र खोदने के लिए कर रहे हैं.” उन्होंने कहा कि देश गौमांस के मुद्दे पर नहीं बंटना चाहिए. शिवसेना नेता ने कहा, ‘‘लोग एक-दूसरे को मार रहे हैं, किसान आत्महत्या कर रहे हैं. किसी का भी खून इस पर नहीं खौलता. और गौमांस रखने के संदेह में एक व्यक्ति को मार दिया जाता है. देश गौमांस के मुद्दे पर नहीं बंटना चाहिए. खाई को पाटने में बहुत देर नहीं होनी चाहिए.”