नयी दिल्ली : यदि कोई व्यक्ति सुबह खाने का सामान निकाले और उसमें कोई आपत्तजिनक वस्तु मिल जाए तो दिनभर उसे खाने का मन नहीं करेंगा लेकिन यदि खाने की वस्तु में जिंदा चूहा निकल जाए तो सोचकर ही घिन्न होती है. ऐसा हुआ है देश के प्रीमियम मेडिकल संस्थान नई दिल्ली के एम्स में जिसके बाद वहां के प्रशासन के कान खडे हो गये हैं. घटना ब्रेड बॉन न्यूट्रीएंट्स कंपनी की थी. इस कंपनी की ब्रेड पर एम्स प्रशासन ने तीन साल के लिए बैन लगा दिया है.
देश की जनता के लिए एम्स एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है लेकिन इस घटना के बाद से लोगों का यहां के खान-पान से विश्वास उठ गया है. इस कंपनी का ब्रेड भर्ती होने वाले हजारों मरीजों को दी जाती थी. डॉक्टरों की माने तो यदि चूहे के इंफेक्शन वाली चीजें खाने से आम तौर पर इससे एलर्जी, बुखार, डायरिया जैसी बीमारी का खतरा है. इससे खून में इंफेक्शन और मेनिंजाइटिस भी हो सकता है.
बॉन न्यूट्रीएंट्स कंपनी के कई फूड प्रोडक्ट बाजार अभी भी खुले आम बिक रहे हैं. कंपनी मुख्य तौर पर ब्रेड, बिस्किट, केक और कुकीज बनाती है. कंपनी के प्रोडक्ट भारत ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी बिकते हैं. घटना 24 जुलाई की है. एम्स ने उसी दिन नोटिस जारी कर ब्रेड कंपनी को अगले तीन साल तक एम्स में ब्रेड सप्लाई करने से बैन कर दिया था.