सार्वजनिक होंगी नेताजी सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी फाइलें : प्रधानमंत्री
नयी दिल्ली : नेताजी सुभाष चंद्र बोस के परिवार वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया कि सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी फाइलें सार्वजनिक होगी. फाइल सार्वजनिक करने की मांग बहुत पहले से की जा रही थी. विदेश मंत्रालय यह दलील देता रहा था कि […]
नयी दिल्ली : नेताजी सुभाष चंद्र बोस के परिवार वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया कि सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी फाइलें सार्वजनिक होगी.
Process of declassification of files relating to Netaji will begin on 23rd January 2016, Subhas Babu's birth anniversary.
— Narendra Modi (@narendramodi) October 14, 2015
फाइल सार्वजनिक करने की मांग बहुत पहले से की जा रही थी. विदेश मंत्रालय यह दलील देता रहा था कि अगर फाइल सार्वजनिक हुई तो कई देशों के साथ संबंध खराब होंगे लेकिन ममता बनर्जी ने जब कुछ फाइलें सार्वजनिक की तो केंद्र सरकार पर दबाव बढ़ गया. मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एलान किया कि 23 जनवरी 2016 से सुभाष चंद्र बोस की फाइलें सार्वजनिक कर दी जायेगी. यह दिन इसलिए चुना है क्योंकि इसी दिन सुभाष चंद्र बोस की जयंति है. प्रधानमंत्री ने दूसरे देशों की सरकार से भी अपील करते हुए कहा, नेताजी से जुड़ी फाइलों को वो भी सार्वजनिक कर दें.
Will also request foreign Governments to declassify files on Netaji available with them. Shall begin this with Russia in December.
— Narendra Modi (@narendramodi) October 14, 2015
मुलाकात से पहले पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, हमें उम्मीद है यह एक साधारण मुलाकात से बढ़कर होगी परिवार के लिए यह एक भावनात्मक मौका है. हम प्रधानमंत्री से अनुरोध करेंगे कि सुभाष चंद्र बोस की गुप्त फाइलों को सार्वजनिक करें औऱ पूरी दुनिया को सच्चाई बतायें.
Hope we get more than tea. Its an emotional moment for the family: Madhuri Bose (grand niece of SC Bose) pic.twitter.com/x1SYn7yD2y
— ANI (@ANI) October 14, 2015
इस विषय पर कल ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके कहा था कि कल का दिन उनके लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि वह सुभाष चंद्र बोस के परिवार वालों से मुलाकात करेंगे . मोदी ने पिछले महीने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा था कि वह अक्तूबर में अपने आवास पर नेताजी के परिवार के 50 से अधिक सदस्यों की अगवानी करेंगे. उन्होंने कहा था : विभिन्न देशों से सुभाष बाबू के परिवार के 50 से अधिक सदस्य आयेंगे.
मैं उनका स्वागत करने में खुशी महसूस करुंगा. इसे अपने लिए यादगार अवसर बताते हुए मोदी ने कहा था कि यह संभवत: पहली बार होगा जब नेताजी के परिवार के सदस्य एक साथ प्रधानमंत्री आवास आयेंगे. उन्होंने कहा था : लेकिन मेरे लिए सबसे बड़ी खुशी यह है कि इससे पहले प्रधानमंत्री कार्यालय में किसी को भी ऐसा मौका नहीं मिला होगा जैसा कि मुझे अक्तूबर में मिलने जा रहा है. मई में कोलकाता में नेताजी के परिवार के कुछ सदस्यों से हुई अपनी मुलाकात को याद करते हुए मोदी ने कहा था : मुझे उनके साथ कुछ समय व्यतीत करने का अवसर मिला. उस दिन तय हुआ कि सुभाष बाबू के अन्य परिजन प्रधानमंत्री आवास आयेंगे. पिछले हफ्ते मुझे यह जानकारी मिली कि सुभाष बाबू के परिवार के 50 से अधिक सदस्य प्रधानमंत्री पहुंचे हैं.
We are going to request the PM to declassify the files: Family member of SC Bose's family pic.twitter.com/03YaK8iGPG
— ANI (@ANI) October 14, 2015
परिवार के सदस्यों द्वारा केंद्र के पास मौजूद नेताजी से संबंधित फाइलों को सार्वजनिक करने की मांग किए जाने की बात कही है. क्योंकि पश्चिम बंगाल सरकार इस तरह की 64 फाइलों को पहले ही सार्वजनिक कर चुकी है. नेताजी के पौत्र चंद्र बोस ने कहा है कि उनका परिवार मोदी से अपील करेगा कि वह रुस, जापान, चीन, अमेरिका, ब्रिटेन, जापान, सिंगापुर और मलेशिया को उनके पास मौजूद नेताजी से संबंधित सभी फाइलों को सार्वजनिक करने के लिए पत्र लिखें. उन्होंने कहा था : नेताजी इन सभी देशों में लोगों के साथ संपर्क में थे. उनके पास उनसे संबंधित गोपनीय फाइलें हैं.फाइलों को सार्वजनिक कराने के इस आंदोलन को हम वैश्विक स्तर तक ले जाना चाहते हैं, जिससे कि सभी जानकारी मिल सके.
नेताजी के एक अन्य पौत्र अभिजीत राय ने कहा ,हमारा मुख्य ध्यान हालांकि, भारत सरकार के पास मौजूद नेताजी से संबंधित सभी फाइलों को सार्वजनिक कराने पर होगा. यदि हमारे यहां फाइलें सार्वजनिक नहीं होती हैं तो फिर हम अन्य देशों से ऐसा करने के लिए कैसे कह सकते हैं. इस बीच, नेताजी के भतीजे सूर्य कुमार बोस और उनकी पत्नी माधुरी बोस ने नेताजी के छिपे होने या गुमनामी बाबा के रुप में होने की कहानियों को खारिज कर दिया.