गोधरा से नरेंद्र मोदी को दुनिया जानती है, गुलाम अली पर उनका बयान दुर्भाग्यपूर्ण : शिवसेना

मुंबई : भाजपा के साथ तनाव बढ़ने के बीच शिवसेना ने मुंबई व पुणो में गुलाम अली का कार्यक्र म रद्द होने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए तीखा हमला बोला है. शिवसेना ने पीएम मोदी को गोधरा कांड के बाद गुजरात में भड़के दंगों की याद दिलाते हुए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 14, 2015 9:39 PM

मुंबई : भाजपा के साथ तनाव बढ़ने के बीच शिवसेना ने मुंबई व पुणो में गुलाम अली का कार्यक्र म रद्द होने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए तीखा हमला बोला है. शिवसेना ने पीएम मोदी को गोधरा कांड के बाद गुजरात में भड़के दंगों की याद दिलाते हुए कहा है कि गोधरा से नरेंद्र मोदी को दुनिया जानती है. शिवसेना ने कहा कि जब वह राज्य के मुख्यमंत्री थे उन्हें दंगों की वजह से ही उन्हें जाना जाता है. इस सबके बीच भाजपा ने गुरु वार को मुंबई में अपने मंत्रियों और पदाधिकारियों की बैठक बुलायी है, जहां दोनों दलों के बीच बिगड़ते संबंधों पर चर्चा हो सकती है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि दुनिया नरेंद्र मोदी को गोधरा और अहमदाबाद की वजह से जानती है और हम इसी वजह से उनका सम्मान करते हैं. इन्हीं नरेंद्र मोदी ने अगर गुलाम अली और पूर्व पाकिस्तानी मंत्री खुर्शीद कसूरी से जुड़े विवाद को दुर्भाग्यपूर्ण कहा है, तो यह निश्चित रूप से हम सभी के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है. राउत पीएम मोदी के एक साक्षात्कार पर प्रतिक्रि या दे रहे थे जो उन्होंने बांग्ला अखबार आनंद बाजार पत्रिका को दिया है.

उधर, भाजपा की गुरुवार को होने वाली बैठक का आधिकारिक एजेंडा देवेंद्र फड़णवीस सरकार की एक साल की उपलिब्धयां और इसके लिए आयोजनों पर चर्चा करना है, लेकिन सत्तारु ढ़ सहयोगियों के बीच बिगड़ते संबंधों पर भी विचार-विमर्श किया जायेगा. पार्टी के एक पदाधिकारी ने नाम नहीं जाहिर होने की शर्त पर यह जानकारी दी. एक और नेता ने एक कदम आगे जाते हुए कहा कि बैठक में शिवसेना से संबंध खत्म करने की संभावना पर भी बातचीत होगी.

उल्लेखनीय है कि शिवसेना ने मंगलवार को कहा था कि अगर भाजपा राष्ट्रवाद और देशभक्ति की अपनी पहचान से बोर हो गयी है तो वह महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार से बाहर होने के लिए स्वतंत्र है. शिवसेना ने पिछले कुछ दिनों में पीएम नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और फड़णवीस समेत कई पार्टी नेताओं पर निशाना साधा है. भाजपा के एक अन्य नेता ने भी नाम नहीं जाहिर होने की शर्त पर कहा, शिवसेना केंद्र और राज्य दोनों जगह भाजपा सरकार में शामिल है, लेकिन उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और भाजपा की आलोचना करने का एक भी अवसर नहीं गंवाया. उन्होंने कहा कि हाल ही में भाजपा के मंत्रियों और नेताओं की एक गुप्त बैठक हुई, जिसमें शिवसेना के साथ संबंध समाप्त करने के विषय पर बातचीत हुई. उन्होंने कहा, हमारे 123 विधायक हैं.

भाजपा के साथ सात निर्दलीय विधायक हैं. अगर शिवसेना सरकार से हट जाती है तो भी हमें बहुमत साबित करने के लिए 15 और विधायकों की जरूरत होगी. अगर शिवसेना हमारा साथ छोड़ती है तो कम- से-कम 17-18 विधायक भाजपा में शामिल हो जायेंगे. हालांकि, वरिष्ठ भाजपा नेता और प्रदेश के शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े ने शिवसेना के सरकार से हटने की संभावना को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा,भाजपा और शिवसेना सरकार अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी. कोई भी सरकार की स्थिरता को प्रभावित नहीं कर सकता.

शिवसेना के मंत्री रामदास कदम ने भी सरकार से अलग होने की खबरों को महज अफवाह बताकर खारिज कर दिया. मालूम हो कि शिवसेना ने पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी की पुस्तक के मुम्बई में विमोचन कार्यक्र म को बाधित करने की धमकी दी थी और विरोध स्वरूप उसके आयोजक सुधींद्र कुलकर्णी के चेहरे पर कालिख पोत दी थी.

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