कश्मीर में सिखों का प्रदर्शन
श्रीनगर: पंजाब में इस सप्ताह की शुरुआत में अपने धार्मिक ग्रंथ को कथित तौर पर अपवित्र करने के विरोध में सिखों के एक समूह ने आज यहां प्रदर्शन किया. नारेबाजी कर रहे सिख समुदाय के लोग शहर के बीचोंबीच स्थित प्रेस एनक्लेव में इकट्ठा हुए. लेकिन उन्हें पुलिस ने उस वक्त तितर-बितर कर दिया जब […]
श्रीनगर: पंजाब में इस सप्ताह की शुरुआत में अपने धार्मिक ग्रंथ को कथित तौर पर अपवित्र करने के विरोध में सिखों के एक समूह ने आज यहां प्रदर्शन किया. नारेबाजी कर रहे सिख समुदाय के लोग शहर के बीचोंबीच स्थित प्रेस एनक्लेव में इकट्ठा हुए. लेकिन उन्हें पुलिस ने उस वक्त तितर-बितर कर दिया जब उन्होंने ग्रंथ को अपवित्र करने के दोषियों को गिरफ्तार करने में कथित तौर पर नाकाम रहने पर पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के पुतले जलाए. सिख युवाओं ने अपने हाथों में धार्मिक झंडे, तख्तियां और बैनर ले रखे थे जिस पर ‘‘खलिस्तान जिंदाबाद’ और ‘‘भारत में अल्पसंख्यक असुरक्षित’ लिखा हुआ था.
गुरमत टकसाल की जम्मू-कश्मीर इकाई की ओर से यह विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया था. पुलिस के दखल के बाद प्रदर्शनकारी शांतिपूर्वक वहां से हट गए. भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर अपनी ‘‘धार्मिक भावनाएं’ आहत करने का आरोप लगाते हुए गुरमत टकसाल के प्रमुख सुखबीर सिंह ने कहा कि सिख समुदाय अपने धार्मिक ग्रंथ का अपवित्र किया जाना स्वीकार नहीं करेगा.
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘आज अल्पसंख्यक भारत में असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और आए दिन उनकी धार्मिक भावनाएं आहत की जा रही हैं. भाजपा और आरएसएस इसके लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं.’ सिंह ने पंजाब में धार्मिक ग्रंथ अपवित्र किए जाने के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की.