राजकोट : भारत और साउथ अफ्रीका के बीच राजकोट में खेला जाने वाला तीसरा वनडे खिलाड़ियों के अलावा हार्दिक पटेल के कारण भी चर्चा में है. इस मैच में हंगामे के आसार है प्रशासन ने भी इसे लेकर पूरी तैयारी कर ली है. गुजरात में पटेल- पाटिदार समाज के आरक्षण की मांग को लेकर सोशल मीडिया के जरिये भी संदेश फैलाये जा रहे हैं. मैसेज में लगभग धमकी भरे लहजे में कहा गया है – ‘अगर राजकोट वनडे के दौरान अगर पाटीदार के किसी भी लाल को खरोंच भी आई तो हार्दिक और लालजी (आंदोलन के दोनों नेता) किसी को भी नहीं छोड़ेंगे.
हार्दिक पटेल ने भी इसी अंदाज में बयान दिया है कि अगर मैच में पाटीदारों को दिक्कत हुई तो सभी को तकलीफ हो जाएगी. प्रशासन ने भी बढ़ते मैसेज और सोशल मीडिया के इस्तेमाल को रोकने के लिए शनिवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक मोबाइल-इंटरनेट सर्विस रोक दी गई है. स्टेडियम के आसपास भी धारा 144 लागू कर दी गयी है.
पाटीदार अनामत आंदोलन समीति( PAAS) के अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने कहा, उनके समुदाय के लोगों को जानबुझकर टिकट नहीं दिया जा रहा है अगर उनके लोगों को स्टेडियम के अंदर नहीं जाने दिया गया तो दोनों टीम को भी अंदर नहीं जाने दिया जायेगा. दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी ने भी पाटिदारों को टक्कर देने का मन बना लिया है. भाजपा ने भी लगभग 20 हजार रुपये की टिकट खरीदी है और कार्यकर्ता नमो टिसर्ट पहनकर स्टेडियम में पहुंचेंगे.
पटेल समुदाय के आंदोलन के मद्देनजर प्रशासन ने भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये हैं लगभग 100 सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं. इसके अलावा पाटिदारों के मुवमेंट पर भी नजर रखी जा रही है. गौरतलब है कि पटेल आरक्षण आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हार्दिक पटेल ने पिछले हफ्ते एलान किया था कि 18 अक्टूबर को राजकोट में भारत-साउथ अफ्रीका के बीच वनडे मैच के दौरान स्टेडियम के अंदर उनका प्रदर्शन होगा.. हार्दिक ने यह भी दावा किया कि उनके आंदोलन से जुड़े 25 हजार लोग मैच के टिकट खरीदेंगे. कुलमिलाकर राजकोट का मैदान कल राजनीति भी होगा जिसमें क्रिकेट के प्रंसशकों के साथ- साथ राजनीति के खिलाड़ी भी नजर आयेंगे.