J&K विधायक इंजीनियर राशिद पर कालिख फेंकने के मामले में दो गिरफ्तार
नयी दिल्ली : जम्मू कश्मीर के विधायक इंजीनियर राशिद पर सोमवार को दिल्ली के प्रेस कल्ब में दो लोगों ने स्याही फेंक दी. इस घटना के बाद प्रेस क्लब में अफरा तफरी मच गयी. इस मामले में दक्षिणपंथी हिंदू संगठन के दो युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. घटना के बाद राशिद ने कहा […]
नयी दिल्ली : जम्मू कश्मीर के विधायक इंजीनियर राशिद पर सोमवार को दिल्ली के प्रेस कल्ब में दो लोगों ने स्याही फेंक दी. इस घटना के बाद प्रेस क्लब में अफरा तफरी मच गयी. इस मामले में दक्षिणपंथी हिंदू संगठन के दो युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. घटना के बाद राशिद ने कहा कि हमें दबाने की कोशिश की जा रही है इस तरह की मानसिकता का समर्थन कोई नहीं करेगा. ये मानसिक रोगी लोग हैं जो इस तरह की हरकत कर रहे हैं. मैं ऐसी हरकत करने वाले लोगों को कहना चाहता हूं कि इससे कुछ नहीं बदलेगा वो हमें झुका नहीं सकेंगे. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कालिख पोतने वाले लोग विष्णु गुप्ता के नेतृत्व वाली हिंदू सेना से संबंध रखते हैं. हिरासत में लिये जाने के बाद आऱोपियों ने एबीपी न्यूज से बातचीत के दौरान कहा कि उनका कृत्य ऐसा था कि हमने यह कार्रवाई की. उन दोनों को हिरासत में ले लिया गया है. हालांकि अभी इस पूरे मामले पर जांच होना बाकी है.
Ink thrown at engineer Rashid by unknown persons in Delhi. pic.twitter.com/ipHam6c4N3
— ANI (@ANI) October 19, 2015
इंजीनियर राशिद ने कहा कि मैं इसकी शिकायत दर्ज कराऊंगा. आपको बता दें कि ये वही इंजीनियर राशिद हैं जिन्होंने जम्मू कश्मीर में गौ मांस पर लगे प्रतिबंध का विरोध करते हुए बीफ पार्टी दी थी. जिसके बाद जम्मू कश्मीर विधानसभा में जोरदार हंगामा हुआ था और भाजपा विधायक ने उनकी पिटाई कर दी थी.
यह पहली घटना नहीं है जब किसी का विरोध करने के लिए कालिख पोती गयी हो, इससे पहले भी इस तरह की कई घटनाएं हुई हैं हाल में ही ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के अध्यक्ष सुधींद्र कुलकर्णी पर स्याही फेंका गया था . पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री ख़ुर्शीद महमूद कसूरी की बुक लॉन्च के विरोध में सुधींद्र कुलकर्णी के चेहरे पर कालिख पोती गयी थी. इसमें शिवेसना के कार्यकर्ताओं का हाथ था. इस तरह की हरकत के बाद शिवसेना ने उन कार्यकर्ताओं का उत्साह भी बढ़ाया था.
शिवसेना ने पहले ही इस कार्यक्रम को रद्द करने की धमकी दी थी लेकिन जब कार्यक्रम रद्द नहीं किया गया था शिवसेना ने सुधीद्र पर कालिख पोत कर अपना विरोध जताया था. सुधींद्र पर कालिख पोतने की घटना की चौतरफा निंदा की गयी थी लेकिन इस पर कोई कड़ी कार्रवाई नहीं हुई.