बढ़ रही है कंपनी धोखाधड़ी
मुंबई : घरेलू कंपनियों के साथ चालू वर्ष में धोखाधड़ी के मामले बढ़े हैं. सर्वे में शामिल कंपनियों में से 71 प्रतिशत ने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं में उनका पैसा गया है. जोखिम कम करने और उससे निपटने के बारे में सेवा देने वाली वैश्विक कंपनी क्रोल ने वैश्विक धोखाधड़ी रिपोर्ट में कहा […]
मुंबई : घरेलू कंपनियों के साथ चालू वर्ष में धोखाधड़ी के मामले बढ़े हैं. सर्वे में शामिल कंपनियों में से 71 प्रतिशत ने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं में उनका पैसा गया है.
जोखिम कम करने और उससे निपटने के बारे में सेवा देने वाली वैश्विक कंपनी क्रोल ने वैश्विक धोखाधड़ी रिपोर्ट में कहा है, ‘‘इस साल किये गये सर्वे में 71 प्रतिशत कंपनियों ने कहा कि धोखाधड़ी में उनका पैसा गया है. पिछले साल 67 प्रतिशत कंपनियों ने ऐसी बात कही थी.’’
रिपोर्ट के मुताबिक 69 प्रतिशत घरेलू कंपनियां लगातार धोखाधड़ी से प्रभावित हैं. कंपनियों को जिस प्रकार की धोखाधड़ी से सामना हुआ, उसमें संपत्ति की चोरी, भ्रष्टाचार तथा रिश्वत, आंतरिक वित्तीय धोखाधड़ी सूचना चोरी आदि शामिल हैं.
क्रोल ने कहा कि वैसे तो कंपनियां हमेशा भ्रष्टाचार के माहौल में काम करती हैं लेकिन 37 प्रतिशत प्रतिभागियों ने कहा कि उनकी कंपनी भ्रष्टाचार तथा रिश्वत संबंधी धोखाधड़ी से ज्यादा प्रभावित हैं. पिछले साल यह आंकड़ा 32 प्रतिशत था वहीं वैश्विक औसत 20 प्रतिशत है.
क्रोल इंडिया की प्रमुख रश्मी खुराना ने कहा, ‘‘जो कंपनियां यहां कारोबार करने पर गौर कर रही हैं, उनके दिमाग में धोखाधड़ी तथा भ्रष्टाचार निरंतर बना रहता है. जैसा कि हमारी चर्चा हुई है कई घरेलू तथा अंतरराष्ट्रीय कंपनियां भ्रष्टाचार तथा रिश्वत संबंधी जोखिम तथा खरीद संबंधी धोखाधड़ी के कारण निवेश में देरी कर रही हैं.’’