यहां मुस्लिम परिवार बनाते हैं रावण के पुतले
जयपुर : दादरी कांड को लेकर जहां एक ओर राजनीतिक दलों के बीच आरोप प्रत्यारोप जारी हैं वहीं दूसरी ओर, मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग जयपुर में पीढी दर पीढी रावण के पुतले बनाकर अपना पेट पाल रहे हैं. उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के रहने वाले इन लोगों में से 70 वर्षीय चांद मोहम्मद […]
जयपुर : दादरी कांड को लेकर जहां एक ओर राजनीतिक दलों के बीच आरोप प्रत्यारोप जारी हैं वहीं दूसरी ओर, मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग जयपुर में पीढी दर पीढी रावण के पुतले बनाकर अपना पेट पाल रहे हैं. उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के रहने वाले इन लोगों में से 70 वर्षीय चांद मोहम्मद ने कहा ‘‘मैं 14 वर्ष की उम्र से ही रावण के पुतले बना रहा हूं.’
मथुरा के एक अन्य कारीगर हमीद खान ने बताया कि हालांकि महंगाई के चलते पिछले साल के मुकाबले रावण के पुतलों का दाम इस साल अधिक है लेकिन लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं है. दशहरे पर अच्छी मांग के चलते सभी आकार के रावण बिक चुके है. बरेली के शेर मोहम्मद ने बताया कि हमारा जीवन यापन तो हिन्दू त्यौहारों से चल रहा है. रक्षाबंधन पर राखी, पंतग डोर, दशहरे पर रावण के पुतले बेच कर हम परिवार का पेट भरते हैं. जयपुर के षोरगार पटाखे बनाते हैं. रियासत काल के महाराजाओं ने षोरगारों के करीब 100 परिवारों को आमेर लाकर बसाया था.
उनमें से कुछ परिवार का पुश्तैनी पेशा अभी भी सुरक्षित पटाखे बनाने का है और दशहरे तथा दीपावली में उनके पटाखों की खासी बिक्री होती है.