नयी दिल्ली/फरीदाबाद : हरियाणा के फरीदाबाद जिले के एक गांव में अगड़ी जाति के दबंगों द्वारा एक दलित परिवार को जिंदा जलाने की घटना पर राजनीति लगातार जारी है. केंद्रीय मंत्री वीके सिंह के द्वारा बच्चों की तुलना कुत्ते से किए जाने के बाद बवाल बढ़ गया है. आम आदमी पार्टी ने सिंह के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज करायी है. विपक्षी दल सिंह को मंत्रिमंडल से हटाने की मांग पर अड़ गए हैं. आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरूवार शाम तक नरेंद्र मोदी को अल्टीमेटम भी दे दिया है.
Agar Modiji sach mein Dusshera manana chahte hai
to unko apne cabinet ko burai aur AHANKAAR se mukt karna chahiye(3/4)— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 22, 2015
केजरीवाल ने ट्वीट करके वीके सिंह पर हमला किया है और कहा है कि वीके सिंह का बयान शर्मनाक है. आज दशहरा है. अगर मोदी जी सचमुच दशहरा मनाते हैं तो उन्हें अपने कैबिनेट से बुराई और अहंकार का खात्मा कर देना चाहिए. उन्हें आज शाम तक कैबिनेट से वीके सिंह को निकाल बाहर करना चाहिए. वहीं वीके सिंह ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा है कि मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है.
आपको बता दें कि फरीदाबाद में दलित बच्चों को जिंदा जलाए जाने की घटना पर विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह ने एक विवादित बयान दिया है जिसके बाद वह एक बार फिर विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं. उन्होंने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए बुधवार को कहा कि यदि कोई कुत्ते को पत्थर मार दे तो इसके लिए सरकार जिम्मेदार नहीं है. केंद्र सरकार का दलित बच्चों की मौत से कुछ लेना-देना नहीं है. वहीं, बीजेपी ने वीके सिंह के इस बयान से किनारा कर लिया है.
इसी बीच आज सूबे के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पीडित परिवार से मुलाकात कर उनके दर्द को साझा किया. पीडित परिवार से मुलाकात के बाद खट्टर ने कहा कि राज्य में ऐसी घटना अब दोबारा नहीं होगी. घटना की जांच सीबीआई को सौंप दी गयी है जल्द ही सारी बातें सामने आ जायेंगी.
My statement wasn't intended 2draw an analogy. My men & I put our lives on the line 4the nation irrespective of caste,creed & religion.(1/n)
— General Vijay Kumar Singh (@Gen_VKSingh) October 22, 2015
गौरतलब है कि विपक्ष तथा सहयोगी लोजपा के निशाने पर आने के बाद राज्य सरकार ने बुधवार को घटना की सीबीआई जांच कराने की सिफारिश की है. इस घटना में दो मासूम बच्चों की मौत हो गई थी जिसके बाद गांव के लोगों ने हाईवे जाम करके घटना का विरोध किया था. बुधवार को कई नेता सुनपेड़ गांव पहुंचे और पीडित परिवार से मिले. इनमें से मुख्य रूप से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और माकपा नेता वृंदा करात शामिल हैं. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री का यहां बुधवार को ही आने का कार्यक्रम था लेकिन कुछ कारण से इसे टाल दिया गया था.
उल्लेखनीय है कि फरीदाबाद के सुनपेड़ गांव में एक दलित परिवार को जलाने की घटना हुई, जिसमें दो मासूम बच्चों की मौत हो गई.